Purnima 2024: पंचांग के अनुसार फरवरी में आने वाली पूर्णिमा माघ पूर्णिमा होती है. इस पूर्णिमा का विशेष महत्व है और इस दिन को भगवान विष्णु (Lord Vishnu) और माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की जाती है. माना जाता है कि ऐसा करने पर घर में सुख-समृद्धि का निरंतर वास बना रहता है. माघ पूर्णिमा (Magh Purnima) को चंद्रमा को अर्घ्य देने का भी बहुत महत्व है. आइए जानते हैं माघ पूर्णिमा फरवरी के महीने में किस दिन पड़ रही है और किस तरह इस पूर्णिमा की तिथि पर पूजा की जा सकती है.
कब है माघ पूर्णिमा | When Is Magh Purnima
माघ माह में शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा (Purnima) की तिथि 23 फरवरी को दोपहर 3 बजकर 33 मिनट से शुरू होकर 24 फरवरी को शाम 5 बजकर 59 मिनट तक है. 24 फरवरी को पूर्णिमा का व्रत (Purnima Vrat) रखा जाएगा. इसी दिन माघ स्नान और दान भी होगा.
माघ पूर्णिमा शुभ मुहूर्तब्रह्म मुहूर्त
सुबह 4 बजकर 55 मिनट से 5 बजकर 46 मिनट तक
प्रात: संध्या
सुबह 5 बजकर 20 मिनट से 6 बजकर 36 मिनट तक
अभिजीत मुहूर्त
सुबह 11 बजकर 57 मिनट से 12 बजकर 43 मिनट तक
विजय मुहूर्त
दोपहर 2 बजकर 14 मिनट से 3 बजे तक
गोधुलि मुहूर्त
शाम 6 बजकर 1 मिनट से 6 बजकर 27 मिनट तक
संध्या मुहूर्त
शाम 6 बजकर 4 मिनट से 7 बजकर 19 मिनट तक
अमृत काल
7 बजकर 39 मिनट से 9 बजकर 27 मिनट तक
निशिता मुहूर्त
रात 11 बजकर 54 मिनट से 12 बजकर 44 मिनट तक
माघ पूर्णिमा की पूजन विधिमाघ पूर्णिमा के दिन विधि-विधान से लक्ष्मी नारयण की पूजा की जाती है. भगवान विष्णु को पीले रंग के फल, फूल और वस्त्र चढ़ाए जाते हैं तो वहीं माता लक्ष्मी (Ma Lakshmi) को गुलाबी रंग के फल, फूल और वस्त्र का अर्पण करना चाहिए. माघ पूर्णिमा को सत्यनारायण कथा का वाचन अत्यंत फलदायी होता है. इस दिन प्रात:काल नदी स्नान कर दान करना चाहिए. इससे मान्यतानुसार घर में सुख-समृद्धि का निरंतर वास होता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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