
vastu tips : वास्तु शास्त्र में हर चीज को लेकर नियम बताए गए हैं. इस शास्त्र के अनुसार हर एक वस्तु में सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा होती है. इसलिए वास्तु शास्त्र में हर चीज की सही दिशा निर्धारित की गई है. जिसका सही तरीके से पालन किया जाए तो जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है. ऐसे ही शीशे को लेकर भी वास्तु शास्त्र में नियम बताए गए हैं. ऐसे में आज के इस लेख में एस्ट्रोलॉजर अनिल गुप्ता द्वारा दर्पण की सही दिशा क्या होती है, इसके बारे में जानेंगे..
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किस दिशा में लगाएं शीशा - In which direction should you place the mirror
एस्ट्रोलॉजर अनिल गुप्ता ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर की है जिसमें उन्होंने बताया है कि गलत दिशा में शीशा लगाने से तरक्की में बाधा आ सकती है.
अनिल गुप्ता बताते हैं कि शीशा हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा में होना चाहिए. वहीं, बेडरूम में दर्पण ऐसी जगह न लगाएं जिसमें आपका शरीर नजर आए . इससे तनाव पैदा होता है और सोने में कठिनाई आती है.
इसके अलावा मुख्य द्वारा पर कभी भी शीशा नहीं लगाना चाहिए, इससे सकारात्मकता बाहर चली जाती है. साथ ही ड्रेसिंग टेबल के साथ सुंदर चित्र और पौधे रखें, इससे सकारात्मकता आती है. इससे ऊर्जा संतुलित रहती है.
किस दिशा में नहीं लगाना चाहिए शीशा - In which direction should the mirror not be placed
दर्पण पश्चिम या दक्षिण दिशा की दीवार पर नहीं लगाना चाहिए.
- घर में शीशा कभी भी टूटा, धुंधला और गंदा नहीं लगाना चाहिए.
- घर के स्टोर रूम में दर्पण नहीं लगाना चाहिए.
- वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई में शीशा नहीं लगाना चाहिए.
- शीशा इस तरह लगाना चाहिए कि देखने वाले का चेहरा पूर्व या उत्तर दिशा में रहे.
- दो शीशों को एक दूसरे के सामने कभी नहीं लगाना चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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