Delhi : देश में कोरोना के मामलों में कमी आने के साथ ही कई राज्यों ने स्कूल खोल दिए हैं. इन राज्यों में पंजाब, बिहार, मध्य प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड आदि शामिल हैं. दिल्ली सरकार ((Delhi Government))ने भी कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ने के बाद से बंद पड़े स्कूल (Delhi schools)आज से खोले हैं, इस फैसले के तहत पहले 9वीं से 12वीं तक की कक्षाएं शुरू की जा रही हैं. दिल्ली के उप मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने कहा, ' अगर हमने अभी भी स्कूल नहीं खोले तो एक पूरी पीढ़ी नॉलेज गैप के साथ आगे बढ़ेगी. जब हमने जनता से सुझाव मांगे तो 70 % के लोग शिद्दत के साथ चाहते थे कि हर कीमत पर स्कूल खोले जाएं.' उन्होंने बताया कि अभी शुरू में कुछ दिन कोर्स वाली पढ़ाई नहीं होगी बल्कि बच्चों के साथ संवाद स्थापित होगा.मेडिकल एक्सपर्ट ने सुझाव दिया था कि आप चाहे तो प्राइमरी स्कूल बोल सकते हैं लेकिन हमने अभी नहीं खोले, सोचा कि पहले बड़ी क्लास को खोलते हैं. सिसोदिया ने बताया कि बाकी राज्यों का एक्सपीरियंस भी स्कूल खोलने के बारे में अभी तक ओवरऑल ठीक है.
बड़ी चिंता... स्कूल खोलने वाले ज़्यादातर राज्यों में बच्चों में बढ़ रहे कोरोना केस
उन्होंने कहा कि स्कूल खोलने का फैसला थोड़ा जोखिम भरा जरूर है लेकिन जोखिम किस तरफ है. पढ़ाई का नुकसान होने का जोखिम ज्यादा बड़ा है या फिर जिस समय पूरी दिल्ली में केवल 25-30 कोरोना मामले सामने आ रहे हैं] उस समय स्कूल खोलना ज़्यादा जोखिम भरा है. पेरेंट्स बच्चों को एहतियात के बारे में पूरी तरह समझा कर भेजें, स्कूल में एहतियात बरते जाएंगे. स्कूल खोलने करने के लिए तैयारी करनी होती है, बंद तो आधे घंटे में हो जाता है.धीरे-धीरे बाकी क्लास को खोलने पर भी फैसला लेंगे.अभी तक स्कूलों में बारिश की वजह से बच्चे कम आए हैं, पहले दिन वैसे भी कम आते हैं लेकिन दूसरे बच्चों को स्कूल आते हुए देखेंगे तो और बच्चे आएंगे
भारत में पिछले 24 घंटे में नए COVID-19 केसों में 35.6 प्रतिशत बढ़ोतरी
गौरतलब है कि दिल्ली में कोरोना के केसों की संख्या अब बेहद कम हो गई है . देश की राजधानी में इस समय रोजाना 50 से भी कम कोरोना केस दर्ज किए जा रहे हैं जो कि इतनी बड़ी आबादी वाले शहर के लिहाज से काफी कम है. यही नहीं, यहां कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या भी कम होते हुए 500 से नीचे कम गई है. कोरोना वायरस के कम होते मामलों के मद्देनजर कई राज्यों में स्कूलें या तो खुल चुके हैं या खुलने जा रहे हैं. इसके मद्देनजर केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि स्कूलों में टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टॉफ के वैक्सीनेशन के लिए जिला स्तर पर रोड मैप तैयार करें. केंद्र सरकार ने कहा कि रोड मैप तैयार करने के लिए राज्य के शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग मिलकर काम करें. देशभर में कोरोना के मद्देनजर स्कूलों में सुरक्षा को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने राज्यों के साथ बैठक की है. शिक्षा मंत्रालय ने राज्यों से टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टॉफ को सितंबर में कोरोना की पहली डोज लगावाने के लिए कहा है.शिक्षा मंत्रालय ने ये भी कहा कि जिन टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टॉफ ने वैक्सीन की पहली खुराक ले ली है वो दूसरी खुराक जरूर ले लें.
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