NFT के बाद महिंद्रा ग्रुप ने की Metaverse में एंट्री

वास्तविक दुनिया का वर्चुअल एक्सपीरिएंस कराने वाले इंटरनेट के इस 3D वर्जन से लोगों के कामकाज करने और ऑनलाइन इंटरएक्ट करने का तरीका बदलने की उम्मीद है.

NFT के बाद महिंद्रा ग्रुप ने की Metaverse में एंट्री

मेटावर्स को आगे बढ़ाने में गेमिंग इंडस्ट्री जैसे क्रिएटर्स का बड़ा योगदान होने की उम्मीद है.

खास बातें

  • हाल ही में महिंद्रा एंड महिंद्रा ने NFT सेगमेंट में शुरुआत की थी
  • मेटावर्स से लोगों के कामकाज का तरीका बदलने की उम्मीद है
  • बहुत सी कंपनियां मेटावर्स में उतरने की योजना बना रही हैं

ऑटोमोबाइल से लेकर IT तक के बिजनेस से जुड़े महिंद्रा ग्रुप ने Metaverse में उतरने की घोषणा की है. ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने इसकी घोषणा की है. वास्तविक दुनिया का वर्चुअल एक्सपीरिएंस कराने वाले इंटरनेट के इस 3D वर्जन से लोगों के कामकाज करने और ऑनलाइन इंटरएक्ट करने का तरीका बदलने की उम्मीद है. 

महिंद्रा ने ट्विटर पर एक वीडियो रिलीज कर यह जानकारी दी और यह बताया कि इसके जरिए लोग कैसे ग्रुप की नजरिए में हिस्सा ले सकते हैं. उन्होंने ट्वीट में कहा, "महिंद्रा के मेटावर्स में एंट्री करने में हमारे साथ जुड़ें. हमारा मानना है कि यह एक विश्वास करने वाली दुनिया ही नहीं, बल्कि एक ऐसा जरिया है जिससे हम वास्तविक दुनिया को एक बेहतर स्थान बनाने के लिए समाधान तलाश कर सकते हैं." महिंद्रा ने बताया कि मेटावर्स वास्तविक दुनिया का वर्चुअल एक्सपीरिएंस कराता है जहां लोग डिजिटल तरीके से इंटरएक्ट कर सकते हैं. उन्होंने इस कॉन्सेप्ट की तुलना सरलता के साथ भी की और कहा कि सरलता न केवल लोगों के दिमाग में बल्कि मेटावर्स में भी है जो जीवन को सरल बना सकता है. 

इस बारे में महिंद्रा ग्रुप ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि शुरुआत में टेक महिंद्रा विभिन्न तरीकों के इस्तेमाल से मेटावर्स के अवसरों का फायदा उठाएगी. इनमें मेटावर्स बेस्ड कार डीलरशिप DealerVerse और NFT मार्केटप्लेस Middlemist शामिल होंगे. हाल ही में महिंद्रा एंड महिंद्रा ने नॉन-फंजिबल टोकन (NFT) सेगमेंट में शुरुआत की थी. कंपनी के स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल Thar से जुड़े टोकन रिलीज किए जाएंगे. इसके लिए महिंद्रा ग्रुप की IT कंपनी टेक महिंद्रा की मदद ली जाएगी. 

ऐसा कहा जा रहा है कि मेटावर्स से इंटरनेट के लिहाज से समानता एक नए स्तर पर पहुंच जाएगी. मेटावर्स को आगे बढ़ाने में गेमिंग इंडस्ट्री जैसे क्रिएटर्स का बड़ा योगदान होने की उम्मीद है. NFT में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से यूनीक आइटम्स के टोकन्स को ऑथेंटिकेट किया जाता है जो दोबारा प्रोड्यूस किए जा सकने वाले डिजिटल एसेट्स से जुड़े होते हैं. इनमें आर्ट, म्यूजिक, इन-गेम आइटम्स और वीडियो शामिल हो सकते हैं. इनकी ऑनलाइन ट्रेडिंग की जा सकती है लेकिन इन्हें डुप्लिकेट नहीं किया जा सकता. इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी American Express ने भी मेटावर्स और NFT सेगमेंट्स में उतरने की तैयारी की है. इसके लिए कंपनी ने सात ट्रेडमार्क का आवेदन किया है. 


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