
Gallbladder Stones Remedy: पित्ताशय यानी गॉलब्लैडर हमारे पाचन तंत्र का अहम हिस्सा है, जिसमें बाइल जूस जमा होता है. हालांकि, कई बार खानपान और लाइफस्टाइल में गड़बड़ी होने के चलते गॉलब्लैडर में कोलेस्ट्रॉल, कैल्शियम या अन्य तत्व ज्यादा मात्रा में जमा होने लगते हैं. इसके चलते छोटे-छोटे कठोर टुकड़े बनने लगते हैं. इस कंडीशन को आम भाषा में पित्ताशय की पथरी (Gallstones) कहा जाता है. आमतौर पर यह समस्या पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ज्यादा देखी जाती है. शुरुआत में यह हल्के दर्द, अपच और भारीपन की वजह बनती है, लेकिन लंबे समय तक इलाज न होने पर गंभीर दिक्कतें भी हो सकती हैं. ऐसे में आइए एक्सपर्ट से जानते हैं पित्ताशय की पथरी होने पर क्या किया जा सकता है या शुरुआत में घरेलू उपाय से इस कंडीशन को कैसे मैनेज कर सकते हैं.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
इसे लेकर NDTV संग हुई खास बातचीत के दौरान कैलाश हॉस्पिटल, सेक्टर 71, नोएडा में डायटीशियन वंदना राजपूत ने बताया, पित्ताशय में पथरी होना एक गंभीर समस्या है. हालांकि, शुरुआत में कुछ खास तरीके अपनाकर इस कंडीशन से काफी हद तक राहत पाई जा सकती है. खासकर खानपान पर ध्यान देकर पथरी को बढ़ने से रोका जा सकता है या इसे खत्म भी किया जा सकता है.
क्या खाएं?फाइबरइसके लिए डायटीशियन सबसे पहले फाइबर से भरपूर चीजों को डाइट में शामिल करने की सलाह देती हैं. फाइबर पाचन को दुरुस्त करता है, जिससे पित्ताशय पर दबाव कम होता है. ऐसे में आप सेब, अमरूद, ओट्स, साबुत अनाज जैसी चीजों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं.
हरी पत्तेदार सब्जियांपथरी होने पर डॉक्टर पालक, मेथी और सरसों का साग जैसी सब्जियां खाने की सलाह देती हैं. ये एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं, जो पित्ताशय को स्वस्थ रखती हैं.
नारियल पानी और नींबू का रसये दोनों चीजें शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करती हैं, जिससे पथरी बनने का खतरा कम रहता है.
हल्दीपित्ताशय में पथरी होने पर हल्दी को डाइट में शामिल करें. हल्दी इंफ्लामेशन कम करने और लिवर-पित्ताशय की सेहत में सुधार में करने में मदद करती है.
ओमेगा-3 और विटामिन डीइन सब से अलग ओमेगा-3 और विटामिन डी से भरपूर चीजें डाइट में शामिल करें. इसके लिए आप अखरोट, अलसी के बीज, आदि चीजें खा सकते हैं.
किन चीजों से बचें?- डायटीशियन वंदना राजपूत बताती हैं, अगर आपको पित्ताशय में पथरी है, तो सबसे पहले तली-भुनी और बहुत ज्यादा मसालेदार चीजों से दूरी बना लें.
- रेड मीट, प्रोसेस्ड फूड और पैक्ड स्नैक्स न खाएं
- मलाई, बटर और क्रीम जैसी भारी फैट वाली चीजों से दूरी बनाकर रखें.
- इन सब से अलग मैदा, सफेद चावल और शुगर से भी पूरी तरह परहेज करें.
गुनगुने पानी में नींबू का रस
डायटीशियन बताती हैं, पथरी होने पर आप गुनगुने पानी में नींबू का रस मिलाकर खाली पेट पी सकते हैं. इससे पथरी को छोटे टुकड़ों में तोड़ने में मदद मिल सकती है.
सेब का सिरकापानी में एप्पल साइडर विनेगर मिलाकर पिएं. इससे पित्ताशय को साफ करने और दर्द कम करने में मदद मिल सकती है.
पुदीने की चायपुदीने की चाय पाचन को बेहतर बनाती है, जो इस कंडीशन में जरूरी है.
त्रिफला चूर्णइन सब से अलग दिन में एक से दो बार थोड़ी मात्रा में त्रिफला चूर्ण का सेवन करें. ये लिवर और पाचन तंत्र को डिटॉक्स करता है.
डायटीशियन वंदना राजपूत के मुताबिक, खानपान में ये छोटे-छोटे बदलाव कर आपको काफी हद तक राहत मिल सकती है. इसके अलावा रोज हल्की-फुल्की एक्सरसाइज या योग करें. वजन को नियंत्रित रखें, क्योंकि मोटापा पथरी का बड़ा कारण है. दिनभर में पर्याप्त पानी पिएं ताकि शरीर डिटॉक्स होता रहे. साथ ही समय-समय पर अल्ट्रासाउंड और डॉक्टर की सलाह लेते रहें.
पित्ताशय की पथरी को शुरुआती स्तर पर सही खानपान और घरेलू नुस्खों से काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है. हालांकि, अगर दर्द बहुत ज्यादा हो या पथरी बड़ी हो जाए तो डॉक्टर से जांच जरूर कराएं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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