देश के कई नामचीन क्रिकेटरों को क्रिकेट के गुन सीखने वाले द्रोणाचार्य अवार्डी कोच तारक सिन्हा (Tarak Sinha) का बीते शनिवार को देहांत हो गया. 71 वर्षीय कोच बीते काफी अर्से से कैंसर जैसी घातक बीमारी से जंग लड़ रहे थे और बीते कुछ दिनों से उनके शरीर के कई अंगों ने कार्य करना भी बंद कर दिया था. सिन्हा ने अपने जीवन की आखिरी सांस बीते शनिवार को तड़के सुबह तीन बजे ली. कोच के मौत की खबर सामने आते ही क्रिकेट प्रेमियों और उनके शिष्यों के बीच एक शून्य की लहर दौड़ पड़ी है. भारतीय क्रिकेट टीम (India National Cricket Team) के 24 वर्षीय युवा विकेटकीपर खिलाड़ी ऋषभ पंत (Rishabh Pant) भी अपने गुरु की मौत से काफी दुखी हैं.
भारतीय क्रिकेटर ने तारक सिन्हा के साथ अपनी एक पुरानी तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं. पंत ने सिन्हा के साथ अपनी तस्वीर शेयर करते हुए इसके कैप्शन में लिखा है, 'मेरे मेंटर, कोच, प्रेरक, मेरे सबसे बड़े आलोचक और मेरे सबसे बड़े प्रशंसक. आपने अपने बच्चे की तरह मेरा ध्यान रखा. मैं टूट चुका हूं. मैं जब भी मैदान में उतरूंगा, आप हमेशा मेरे साथ रहेंगे. आपकी आत्मा को शांति मिले सर.'
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बता दें सिन्हा ने पंत के अलावा भारतीय टीम के मौजूदा अनुभवी सलामी बैटर शिखर धवन, पूर्व टेस्ट विशेषज्ञ बैटर आकाश चोपड़ा, पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा, अतुल वासन जैसे कई अन्य क्रिकेटरों को भी क्रिकेट की बारीकियां सिखाई हैं. वह रमाकांत आचरेकर, गुरचरण सिंह, सुनीता शर्मा और देश प्रेम आजाद के साथ द्रोणाचार्य पुरस्कार पाने वाले पांचवें क्रिकेट कोच भी हैं.
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