
रविचंद्रन अश्विन ने टेस्ट में सबसे तेजी से 250 विकेट लेने का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया है...
धर्मशाला:
भारत के दिग्ग्ज ऑफ स्पिनर और टीम इंडिया की लगातार सीरीज जीतों में अहम भूमिका निभाने वाले आर अश्विन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में उतने सफल नहीं हुए, जितने कि इससे पहले की सीरीज में रहे थे. फिर भी उन्होंने सीरीज में 21 विकेट लिए और सीरीज में सबसे अधिक विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज रहे. साल 2016 उनके लिए बेहद खास रहा था और इसके लिए उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) 2016 के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खिलाड़ी और साल के सर्वश्रेष्ठ आईसीसी टेस्ट क्रिकेटर का सम्मान भी मिला.
मंगलवार को धर्मशाला टेस्ट के बाद आर अश्विन को गारफील्ड सोबर्स ट्रॉफी से नवाजा गया. यह ट्रॉफी आईसीसी की ओर से दी जाती है. भारत के पूर्व कप्तान एवं आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में शामिल कपिल देव और सुनील गावस्कर ने अश्विन को यह ट्रॉफी सौंपी.
इस चयन के लिए 14 सितंबर, 2015 से 20 सितंबर, 2016 के बीच का प्रदर्शन शामिल किया गया था. इस दौरान अश्विन ने आठ टेस्ट मैच खेले और 48 विकेट लिए तथा 336 रन बनाए. इसके अलावा, उन्होंने 19 टी-20 मैचों में 27 विकेट लिए.
चेन्नई के 30 वर्षीय गेंदबाज अश्विन ने 2015 का समापन टेस्ट रैंकिंग में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज के तौर पर रहते हुए किया था. इसके बाद 2016 में दो बार उन्होंने इस रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल किया था.
इस अवसर पर अश्विन ने कहा, "दो शीर्ष पुरस्कारों के लिए आईसीसी द्वारा मेरे नाम का चयन किया जाना गर्व की बात है. मेरे लिए संतोष की बात यह है कि मैंने इस दौरान टीम को बेहतर प्रदर्शन करने में मदद दी. हमने सभी प्रारूपों में अच्छा प्रदर्शन किया है. टेस्ट टीम रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर होना हम सभी के लिए गर्व की बात है."
अश्विन ने कहा, "मैं अपनी टीम के सभी साथियों का, टीम प्रबंधन का और समर्थक स्टॉफ का शुक्रगुजार हूं. मैं इस फार्म को जारी रखना चाहता हूं, ताकि टीम के लिए भविष्य में और भी मैच जीत सकूं."
इस मौके पर आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेविड रिचर्डसन ने कहा, "अश्विन ने एक बार फिर साबित किया है कि वह सही मायने में विजेता हैं. मैं उन्हें आईसीसी के दो शीर्ष पुरस्कारों को जीतने के लिए बधाई देता हूं."
कपिल ने कहा, "आईसीसी के दो महत्वपूर्ण पुरस्कार जीतने पर अश्विन को बधाई. उन्होने एक बार फिर टेस्ट मैचों में अपना शानदार प्रदर्शन दिया है. उन्होंने कई सप्ताहों तक स्वयं को आईसीसी टेस्ट गेंदबाजों की रैंकिंग में शीर्ष पर रखा है."
गावस्कर ने कहा, "भारत ने हमेशा से ही कई शानदार स्पिन गेंदबाज दिए हैं. अश्विन और रवींद्र जडेजा वर्तमान के ऐसे ही स्पिन गेंदबाज हैं जिन्होंने भारत की इस विरासत को संभाला है. विभिन्न प्रारूपों में स्वयं की फार्म को बनाए रखना स्पिन गेंदबाजों के लिए कभी भी आसान नहीं रहा है. अश्विन ने खासकर विभिन्न प्रारूपों में बेहतरीन सामंजस्य बनाया है और सभी प्रारूपों में विकेट लिए हैं."
मंगलवार को धर्मशाला टेस्ट के बाद आर अश्विन को गारफील्ड सोबर्स ट्रॉफी से नवाजा गया. यह ट्रॉफी आईसीसी की ओर से दी जाती है. भारत के पूर्व कप्तान एवं आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में शामिल कपिल देव और सुनील गावस्कर ने अश्विन को यह ट्रॉफी सौंपी.
इस चयन के लिए 14 सितंबर, 2015 से 20 सितंबर, 2016 के बीच का प्रदर्शन शामिल किया गया था. इस दौरान अश्विन ने आठ टेस्ट मैच खेले और 48 विकेट लिए तथा 336 रन बनाए. इसके अलावा, उन्होंने 19 टी-20 मैचों में 27 विकेट लिए.
चेन्नई के 30 वर्षीय गेंदबाज अश्विन ने 2015 का समापन टेस्ट रैंकिंग में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज के तौर पर रहते हुए किया था. इसके बाद 2016 में दो बार उन्होंने इस रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल किया था.
इस अवसर पर अश्विन ने कहा, "दो शीर्ष पुरस्कारों के लिए आईसीसी द्वारा मेरे नाम का चयन किया जाना गर्व की बात है. मेरे लिए संतोष की बात यह है कि मैंने इस दौरान टीम को बेहतर प्रदर्शन करने में मदद दी. हमने सभी प्रारूपों में अच्छा प्रदर्शन किया है. टेस्ट टीम रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर होना हम सभी के लिए गर्व की बात है."
अश्विन ने कहा, "मैं अपनी टीम के सभी साथियों का, टीम प्रबंधन का और समर्थक स्टॉफ का शुक्रगुजार हूं. मैं इस फार्म को जारी रखना चाहता हूं, ताकि टीम के लिए भविष्य में और भी मैच जीत सकूं."
इस मौके पर आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेविड रिचर्डसन ने कहा, "अश्विन ने एक बार फिर साबित किया है कि वह सही मायने में विजेता हैं. मैं उन्हें आईसीसी के दो शीर्ष पुरस्कारों को जीतने के लिए बधाई देता हूं."
कपिल ने कहा, "आईसीसी के दो महत्वपूर्ण पुरस्कार जीतने पर अश्विन को बधाई. उन्होने एक बार फिर टेस्ट मैचों में अपना शानदार प्रदर्शन दिया है. उन्होंने कई सप्ताहों तक स्वयं को आईसीसी टेस्ट गेंदबाजों की रैंकिंग में शीर्ष पर रखा है."
गावस्कर ने कहा, "भारत ने हमेशा से ही कई शानदार स्पिन गेंदबाज दिए हैं. अश्विन और रवींद्र जडेजा वर्तमान के ऐसे ही स्पिन गेंदबाज हैं जिन्होंने भारत की इस विरासत को संभाला है. विभिन्न प्रारूपों में स्वयं की फार्म को बनाए रखना स्पिन गेंदबाजों के लिए कभी भी आसान नहीं रहा है. अश्विन ने खासकर विभिन्न प्रारूपों में बेहतरीन सामंजस्य बनाया है और सभी प्रारूपों में विकेट लिए हैं."
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