बहुत ही अजीब सा लगता है एक बार को कि किसी गेंदबाज को काउंटी अनफिट कहकर वापस भारत भेज देती है, लेकिन वही गेंदबाज टीम इंडिया में तुरंत शामिल कर लिया जाता है. हालांकि, यह बात अलग है कि उमेश यादव चोटिल मोहम्मद शमी की जगह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू होने जा रही तीन मैचों की टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम में आए हैं, लेकिन यह भी एक तथ्य है कि वह 43 महीने मतलब तीन साल से भी ज्यादा समय के बाद भारतीय टीम में लौटे हैं. उमेश ने अपना आखिरी टीन20 मुकाबला फरवरी 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था. ध्यान दिला दें शमी कोविड-19 संक्रमित होने के कारण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज से बाहर हो गए हैं, लेकिन बहुत ही हैरानी की बात है कि भारत वापस लौटकर उस गेंदबाज उमेश यादव पर आया, जो लगभग पिछले पांच साल से प्लानिंग में शामिल नहीं है.
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और पहले टी20 के लिए मोहाली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस सवाल पर कप्तान रोहित ने कहा कि मैं आपको इसके पीछे का सही कारण बताऊंगा. भारतीय कप्तान ने बताया कि प्रसिद्ध कृष्णा, आवेश खान और मोहम्मद सिराज के नाम पर विचार क्यों नहीं किया है. रोहित बोले कि हमारे पास कुछ विकल्प थे. इनमें से प्रसिद्ध कृष्णा चोटिल हैं. सिराज काउंटी क्रिकेट खेल रहे हैं और हम नहीं चाहते कि वह सीधा उड़ान भरकर भारत आ जाएं. हो सकता है कि वह एक या दो मैच खेल लेते, लेकिन उन्हें बुलाना ठीक नहीं रहता. आवेश खान एशिया कप में बीमार हो गए और उन्हें उबरने में समय लगेगा. आप जानते हैं कि फिटनेस के पहलू से आवेश को फिर से बॉलिंग फिटनेस हासिल करने में समय लगेगा.
वैसे उमेश यादव इस साल आईपीएल में केकेआर के लिए स्टार परफॉरमर रहे और उन्होंने नयी गेंद के साथ 16 विकेट चटकाए. यह अनुभवी पेसर इंग्लिश काउंटी टीम मिड्लसेक्स के लिए रॉयल लंदन कप में मैच विजेता भी साबित हुआ. लेकिन जांघ में चोट के कारण उन्हें टीम ने वापस भारत भेजने का निर्णय लिया. उमेश लौटने के बाद एनसीए में रिहैबिलेशन से गुजरे और वहां की मेडिकल टीम के हरी झंडी दिखाए जाने के बाद ही यादव को टीम में लिया गया.
रोहित ने कहा कि शमी बहुत ही लंबे समय तक भारत के लिए खेल चुके हैं और उन्हें अपने नाम पर विचार कराने के लिए फौरमेट विशेष खेलने की जरूरत नहीं है. बतौर खिलाड़ी उन्होंने खुद को साबित किया है. फिर फौरमेट चाहे कैसा भी हो. जो भी गुणवत्ता वे लाते हैं, हम उसे बखूबी समझते हैं. अगर शमी और उमेश जैसे खिलाड़ी फिट और बढ़िया हैं, तो उन्हें वापस बुलाया जाएगा. ऐसे में हमें फौरमेट की ओर देखने की जरूरत नहीं है. हमने देखा है कि उमेश ने आईपीएल में कैसी गेंदबाजी की. वह हमें विकल्प प्रदान करते हैं और वह नई गेंद के साथ स्विंग कराने की योग्यता रखते हैं. और उन्हें बुलाने के पीछे यही साधारण विचार रहा. हमने हर खिलाड़ी को लेकर गंभीरा से विचार किया है कि कौन सा खिलाड़ी हमारे लिए क्या लेकर आएगा. हम अपनी सोच-विचार की प्रक्रिया को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं.
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