
- इंग्लैंड भारत के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में फिलहाल दो एक से आगे है और चौथा टेस्ट मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेला जाएगा.
- भारत ने ओल्ड ट्रैफर्ड में अब तक नौ टेस्ट खेले हैं, लेकिन यहां एक भी जीत नहीं मिली, चार मैच हारे और पांच ड्रॉ रहे हैं.
- टीम इंडिया ने ओल्ड ट्रैफर्ड में आखिरी टेस्ट अगस्त 2014 में खेला था, तब उसे पारी और चौवन रन से हार का सामना करना पड़ा था.
भारत के खिलाफ पांच मुकाबलों की सीरीज में इंग्लैंड फिलहाल 2-1 से आगे हैं. शुभमन गिल की अगुवाई वाली भारतीय टीम 23 जुलाई से मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में चौथा टेस्ट खेलने उतरेगी. लॉर्ड्स में खेले गए रोमांचक टेस्ट में भारत को 22 रनों के करीबी अंतर से शिकस्त झेलनी पड़ी. अब सीरीज में एक बार फिर बराबरी के लिए टीम इंडिया को ओल्ड ट्रैफर्ड में यह मैच हर हाल में जीतना होगा.
भारत ने ओल्ड ट्रैफर्ड के इस मैदान पर साल 1936 में पहली बार टेस्ट मैच खेला था, जो ड्रॉ रहा. टीम इंडिया ने अब तक यहां कुल नौ टेस्ट खेले हैं, जिसमें एक भी जीत हासिल नहीं की. टीम इंडिया ने ओल्ड ट्रैफर्ड में सभी मैच इंग्लैंड के खिलाफ खेले, जिसमें चार मुकाबले गंवाए, जबकि पांच ड्रॉ रहे.
भारत ने आखिरी बार अगस्त 2014 में इस मैदान पर टेस्ट मैच खेला था, जिसमें उसे पारी और 54 रन से हार का सामना करना पड़ा. टीम इंडिया करीब 11 साल बाद यहां टेस्ट खेलने उतरेगी. इसका मतलब है कि मौजूदा भारतीय टीम के अधिकांश सदस्यों के लिए मैनचेस्टर में एक नया अनुभव होगा.
इंग्लैंड ने ओल्ड ट्रैफर्ड में 84 टेस्ट खेले हैं, जिनमें से 33 जीते, 15 हारे और 36 मैच ड्रॉ रहे. भारत के लिए इंग्लैंड के अनुभवी बल्लेबाज जो रूट को रोकना बेहद जरूरी होगा, जिनका ओल्ड ट्रैफर्ड में रिकॉर्ड शानदार रहा है.
जो रूट ने इस मैदान पर 11 टेस्ट मैचों में 978 रन बनाए हैं, जिसमें एक दोहरा शतक और सात अर्धशतक शामिल हैं. यहां उनका सर्वोच्च स्कोर 254 रन है. लॉर्ड्स में 37वां टेस्ट शतक लगाने के बाद रूट ओल्ड ट्रैफर्ड में एक बार फिर इंग्लैंड की उम्मीद होंगे.
सीरीज में बने रहने के लिए टीम इंडिया के लिए चौथा टेस्ट मैच जीतना जरूरी है. वहीं, इंग्लैंड की टीम एक और जीत के साथ सीरीज में अजेय बढ़त हासिल कर लेगी.
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