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बिहार में परिवार का पावर किस गठबंधन में ज्यादा, देखिए किधर ज्यादा MLA जीते

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है. कुल 243 सीटों वाली विधानसभा में एनडीए को लगभग 202 सीटें मिलीं, जिससे सरकार बनाने का रास्ता साफ हो गया.

बिहार में परिवार का पावर किस गठबंधन में ज्यादा, देखिए किधर ज्यादा MLA जीते
  • बिहार में लगभग 37 प्रतिशत विधायक राजनीतिक परिवारों से आते हैं, जो परिवारवाद की मजबूती दर्शाता है
  • महागठबंधन में परिवारवाद का स्तर 42.9 प्रतिशत है, जो एनडीए के 35.1 प्रतिशत से अधिक और राज्य औसत से ऊपर है.
  • हिंदुस्तान आवाम मोर्चा में 60 प्रतिशत विधायक परिवारवादी हैं, जबकि कांग्रेस में यह आंकड़ा केवल 16.7 प्रतिशत है.
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बिहार चुनाव 2025 के ताजा विश्लेषण के मुताबिक, राज्य की राजनीति में परिवारवाद अब भी मजबूत पकड़ बनाए हुए है. पूरे बिहार में लगभग 37% विधायक राजनीतिक परिवारों से आते हैं, लेकिन अलग-अलग गठबंधनों और दलों में यह आंकड़ा काफी अलग तस्वीर दिखाता है.

कौन सा गठबंधन सबसे ज्यादा ‘परिवारवादी'?

महागठबंधन (MGB)- 42.9%

एनडीए (NDA)- 35.1%

OTH (अन्य)- 50%

पूरे राज्य का औसत- 36.6%

इससे साफ है कि परिवारवाद सबसे ज्यादा 'OTH' कैटेगरी में और गठबंधनों में देखें तो महागठबंधन में NDA की तुलना में ज्यादा परिवारवाद है.

कौन सी पार्टी में कितने 'परिवारवादी' चेहरे?

इसके अलावा अगर पार्टियों के हिसाब से डेटा पर नजर डालें तो हिंदुस्तान आवाम मोर्चा में 60 फीसदी विधायक परिवारवादी हैं. 

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NDA में-

BJP- 25.8%

JDU- 44.7%

HAM- 60%

LJP- 26.3%

RLM- 50%

यह भी पढ़ें- RJD को औसतन 81 हजार और BJP को 1 लाख वोट, ज्यादा वोट शेयर के बावजूद इसलिए हारे तेजस्वी

महागठबंधन में-

RJD- 52%

INC (कांग्रेस)- 16.7%

अन्य में-

AIMIM- 40%

BSP- 100%

NDA की ऐतिहासिक जीत

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है. कुल 243 सीटों वाली विधानसभा में एनडीए को लगभग 202 सीटें मिलीं, जिससे सरकार बनाने का रास्ता साफ हो गया. भाजपा ने 89 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि जेडीयू ने 85 सीटें जीतीं. लोजपा (रामविलास) को 19 सीटें मिलीं और अन्य सहयोगी दलों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया. 

दूसरी ओर, महागठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा. राजद केवल 25 सीटों पर सिमट गई और कांग्रेस को मात्र 6 सीटें मिलीं. वाम दलों और अन्य छोटे दलों का प्रदर्शन भी बेहद कमजोर रहा. इस चुनाव में कई हाई-प्रोफाइल मुकाबले देखने को मिले. तेजस्वी यादव अपनी सीट बचाने में सफल रहे, जबकि तेज प्रताप यादव महुआ से हार गए. लोकगायिका मैथिली ठाकुर ने जीत दर्ज की, वहीं अभिनेता खेसारी लाल यादव चुनाव हार गए. इस बार रिकॉर्ड 66.91% मतदान हुआ और महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों से ज्यादा रहा.

कुल मिलाकर, यह चुनाव बिहार की राजनीति में एक बड़ा बदलाव लेकर आया है, जिसमें एनडीए ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है और महागठबंधन को गहरा झटका लगा है.

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