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ब्लॉग राइटर
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जे डे मर्डर केस : कॉल बना डॉन का काल
मीडिया से फ़ोन पर डॉन के कबूलनामे को मकोका जज ने भरोसेमंद मान छोटा राजन को दोषी करार दिया. जैसा फिल्मों में होता है वैसा उस दिन भी हुआ था. बस इस फिल्म का आखरी सीन एक जज ने लिख़ा. तारीख 1 जुलाई 2011 और वक़्त रात के 9 बजे का था. घर जाने की जल्दी उस दिन खत्म हो गयी थी, क्योंकि पहले से ही नीरज ग्रोवर हत्याकांड पर स्टोरी लिखना जारी था.
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- सुनील कुमार सिंह
- मई 03, 2018 23:21 pm IST
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मालेगांव धमाका : अदालत में एटीएस की कहानी मुंह के बल गिरी! सत्यमेव जयते
मालेगांव 2006 बम धमाकों के सभी मुजरिमों को एनआईए की विशेष अदालत ने आरोप मुक्त कर दिया। मतलब यह कि अदालत को उनके खिलाफ मुकदमा चलाने लायक भी सबूत नहीं मिले। इसलिए अदालत ने अपने फैसले में साफ तौर पर कहा है कि चूंकि युवकों की पृष्ठभूमि अपराधिक रही है इसलिए उन्हें बलि का बकरा बनाया गया।
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...और इस तरह तामील हो गया याकूब का डेथ वारंट
नागपुर के सीताबर्डी में स्थित द्वारका होटल में याकूब के बडे भाई सुलेमान अपने कमरे में थे। तभी रात 2 बजकर 10 मिनट पर एक सिपाही होटल पहुंचा। मैनेजर के साथ वो सुलेमान के कमरे मे गया। सुलेमान जागे हुये थे। टीवी पर समाचार चल रहा था।