QR Code Boards on Highways: नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने देशभर के हाईवे को स्मार्ट बनाने की दिशा में एक नया कदम उठाया है इसके तहत प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों पर QR कोड आधारित सूचना बोर्ड लगाए जा रहे हैं. बेंगलुरु में यह पहल सबसे पहले NH-48 (बेंगलुरु–नेलमंगला) और NH-75 (बेंगलुरु–कोलार–मुलबागल) स्ट्रेच पर शुरू की गई है. NHAI का कहना है कि यह कदम हाईवे यूजर्स के लिए ease of travel, सुरक्षा और पारदर्शिता बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है. आने वाले समय में यह सिस्टम देश के अन्य हाईवे कॉरिडोर पर भी लागू किया जाएगा.
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QR कोड स्कैन करने पर क्या मिलेगी जानकारी (What Information QR Code Provides)
इन QR कोड वाले साइन बोर्ड को हर दो से तीन किलोमीटर की दूरी पर लगाया जा रहा है. यात्री जैसे ही अपने मोबाइल फोन से QR कोड स्कैन करेंगे, उन्हें आसपास की जरूरी सुविधाओं की जानकारी तुरंत स्क्रीन पर मिल जाएगी.

हाईवे पर QR कोड, NHAI की नई टेक पहल (QR Code Boards on National Highways)
इसमें नजदीकी पेट्रोल पंप, अस्पताल, पुलिस सहायता केंद्र, टोल प्लाजा, होटल, ढाबे, ट्रक पार्किंग, रेस्ट एरिया और नेशनल हाईवे हेल्पलाइन नंबर शामिल हैं. इसके अलावा इमरजेंसी के समय हाईवे पेट्रोल टीम, इंजीनियर, पुलिस स्टेशन और मेडिकल सुविधाओं से जुड़ी जानकारी भी मिल सकेगी.
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क्यों NHAI इसे अहम बता रहा है (QR code highway signboards)
NHAI के मुताबिक, यह टेक्नोलॉजी-ड्रिवन इनिशिएटिव यात्रियों को सुरक्षित, सूचित और seamless travel experience देने की दिशा में बड़ा कदम है. अभी तक सफर के दौरान किसी भी जानकारी के लिए लोगों को इंटरनेट सर्च पर निर्भर रहना पड़ता था, जहां गलत जानकारी या साइबर फ्रॉड का खतरा रहता है. QR कोड स्कैन करते ही भरोसेमंद और आधिकारिक जानकारी मिलने से वाहन चालकों को तुरंत मदद मिल सकेगी, खासकर इमरजेंसी हालात में.
To enhance transparency and improve ease of travel for National Highway users, NHAI is installing QR code-based information boards on key National Highway corridors in #Bengaluru. These QR boards are currently available on Bengaluru–Nelamangala section of NH-48 and… pic.twitter.com/jzgAfGQwnj
— NHAI (@NHAI_Official) December 15, 2025
सोशल मीडिया पर उठे पारदर्शिता के सवाल (NHAI QR code information boards)
हालांकि, NHAI की इस पहल को लेकर सोशल मीडिया पर सवाल भी उठने लगे हैं. X (पूर्व में ट्विटर) पर NHAI की पोस्ट पर एक कम्युनिटी नोट में कहा गया कि QR कोड पोर्टल पर वह जानकारी नहीं दिखती, जिसका वादा पहले किया गया था. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पहले कहा था कि, हाईवे प्रोजेक्ट्स से जुड़ी जानकारी जैसे MLA का नाम, ठेकेदार, प्रोजेक्ट की लागत और मेंटेनेंस डिटेल्स सार्वजनिक होंगी, लेकिन यूजर्स का कहना है कि QR कोड स्कैन करने पर ऐसी कोई डिटेल नहीं मिल रही.
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गाड़ी रोककर स्कैन करें? व्यावहारिकता पर भी सवाल (QR code highway initiative)
कुछ यूजर्स ने सिस्टम की व्यवहारिकता पर भी सवाल उठाए हैं. लोगों का कहना है कि QR कोड स्कैन करने के लिए वाहन रोकना पड़ेगा, जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति बन सकती है. वहीं, यह भी चिंता जताई गई कि पोस्टर या गंदगी से QR कोड खराब हो सकता है. इसके अलावा, कुछ लोगों ने इस पहल पर खर्च को लेकर भी सवाल उठाए और कहा कि पारदर्शिता बढ़ाने के लिए ठेकेदारों के नाम, लागत, टाइमलाइन और शिकायत के स्पष्ट संपर्क नंबर दिखाना ज्यादा जरूरी है.

हाईवे पर QR कोड बोर्ड (National Highway smart system)
भारत में तेजी से बन रहे हाईवे और एक्सप्रेसवे देश की अर्थव्यवस्था और कनेक्टिविटी के लिए बेहद अहम हैं. ऐसे में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल तभी सफल माना जाएगा, जब वह सुविधा के साथ-साथ जवाबदेही और पारदर्शिता भी सुनिश्चित करे. NHAI का QR कोड बोर्ड सिस्टम तकनीक के इस्तेमाल की एक सकारात्मक कोशिश है, लेकिन लोगों की उम्मीदें इससे कहीं ज्यादा हैं. अगर इसमें प्रोजेक्ट से जुड़ी पारदर्शी जानकारी जोड़ी जाए, तो यह पहल सच में गेम चेंजर साबित हो सकती है.
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