मुंबई इंडियंस के गेंदबाज कर्ण शर्मा रेलवे में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं. तस्वीर साभार: कर्ण शर्मा के फेसबुक वॉल से.
                                                                                                                        - कर्ण शर्मा की शानदार बॉलिंग के दम पर मुंबई इंडियंस IPL2017 के फाइनल में
 - कर्ण रेलवे में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं, गरीब परिवार से आते हैं वह
 - नीलामी में मुंबई इंडियंस ने Karn Sharma को 3. 75 करोड़ में खरीदा था
 
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                                                                                नई दिल्ली: 
                                        मुंबई इंडियंस ने आईपीएल 10 के दूसरे क्वालिफाइंग मुकाबले में कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) को 6 विकेट से हरा दिया. मुंबई की जीत के हीरो ऑलराउंडर कर्ण शर्मा रहे, जिन्होंने 16 रन देकर चार विकेट लिए. 'मैन ऑफ द मैच' चुने गए कर्ण शर्मा के क्रिकेट के बड़े मंच पर अपने परफार्मेंस से करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों के दिल जीतने तक का सफर आसान नहीं रहा. आईपीएल 10 की नीलामी में जब इस क्रिकेटर की बोली करोड़ों में लगी तो सभी हैरान थे. शायद इस ऊंची बोली की वजह से ही कर्ण शर्मा मीडिया के लाइम लाइट में आए. लेकिन आईपीएल के प्लेऑफ मुकाबले में शानदार बॉलिंग कर साबित कर दिया कि मुंबई इंडियंस ने उनपर गलत दांव नहीं लगाया था. वे इसके काबिल थे तभी उन्हें इतने पैसे में खरीदा गया. इस क्रिकेटर के आईपीएल में आने से पहले की जिंदगी पर नजर डालेंगे तो वह बेहद संघर्षपूर्ण रही. आइए karn sharma के अब तक के सफर को 10 प्वाइंट्स में समझें.
1. कर्ण 2005 में रेलवे से जुड़े थे. उस वक्त वह ग्रेड 4 कर्मचारी थे. ऐसे कर्मचारियों का काम पटरी की मरम्मत करना और लोहे की रॉड उठाने जैसा मशक्कत भरा होता है, लेकिन क्रिकेट खेलने की वजह से कर्ण को इनसे छूट मिलती रही थी. वह उस समय वाराणसी में पदस्थ थे.
2. आईपीएल सीजन सात के लिए अनकैप्ड खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा बोली रेलवे के कर्ण शर्मा पर लगी थी.
3. कर्ण को सनराइजर्स हैदराबाद ने तीन करोड़ 75 लाख रुपयों में खरीदा था.
4. इतनी ऊंची कीमत मिलने पर कर्ण को पहली बार यकीन नहीं हुआ था.
5. उनकी पत्नी ने जब फोन पर इसकी जानकारी दी तो कर्ण को लगा की वह मजाक कर रही है.
6. कर्ण ने इसके बाद इंटरनेट पर जानकारी जुटाई और फिरकी गेंदबाज व दोस्त अमित मिश्रा का फोन आया तो कर्ण को यकीन हुआ कि उन्हें इतने ऊंचे दाम पर खरीदा गया है.
7. 2014 में जब आईपीएल फ्रेंचाइजी में उन्हें खरीदने के लिए होड़ मची हुई थी, उस वक्त कर्ण नेट्स पर बल्लेबाजी कर रहे थे.
8. बेंगलुरु में चल रही नीलामी का तनाव दूर करने के लिए कर्ण घर से निकल कर स्टेडियम चले गए थे. वहां उन्हें सबसे पहले पत्नी ने फोन कर यह खुशखबरी सुनाई.
9. कर्ण की तनख्वाह उस वक्त 17 हजार रुपए थी. उनके मुताबिक अपने जीवन में कभी उन्होंने इतनी बड़ी राशि नहीं देखी.
10. इसके पहले 2009 में उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 20 लाख रुपयों में खरीदा था.
स्पिनर अमित मिश्रा के अच्छे दोस्त हैं कर्ण शर्मा. तस्वीर साभार: कर्ण शर्मा के फेसबुक वॉल से.
मालूम हो कि IPL-10 के दूसरे क्वालिफायर में शुक्रवार को बेंगलुरू के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में मुंबई इंडियन्स ने कोलकाता नाइटराइडर्स को 6 विकेट से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया. अब हैदराबाद में 21 मई को रात 8 बजे से होने वाले फाइनल में उसका मुकाबला राइजिंग पुणे सुपरजायंट से होगा. क्वालिफायर-2 में कोलकाता नाइटराइडर्स का प्रदर्शन खासतौर से बल्लेबाजी बेहद खराब रही और पूरी टीम पहले बैटिंग करते हुए 18.5 ओवर में 107 रन पर सिमट गई. जवाब में मुंबई इंडियन्स ने 108 रनों के लक्ष्य को 14.3 ओवर में 4 विकेट पर 111 रन बनाकर हासिल कर लिया.
मुंबई की ओर से स्पिनर कर्ण शर्मा ने चार विकेट, जसप्रीत बुमराह ने तीन विकेट (3 ओवर, 7 रन) और मिचेल जॉनसन ने दो विकेट चटकाए. वास्तव में मुंबई की यह जीत गेंदबाजों के ही नाम रही, क्योंकि उन्होंने केकेआर को रन नहीं बनाने दिए और उसको कम स्कोर पर समेट दिया.
                                                                        
                                    
                                1. कर्ण 2005 में रेलवे से जुड़े थे. उस वक्त वह ग्रेड 4 कर्मचारी थे. ऐसे कर्मचारियों का काम पटरी की मरम्मत करना और लोहे की रॉड उठाने जैसा मशक्कत भरा होता है, लेकिन क्रिकेट खेलने की वजह से कर्ण को इनसे छूट मिलती रही थी. वह उस समय वाराणसी में पदस्थ थे.
2. आईपीएल सीजन सात के लिए अनकैप्ड खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा बोली रेलवे के कर्ण शर्मा पर लगी थी.
3. कर्ण को सनराइजर्स हैदराबाद ने तीन करोड़ 75 लाख रुपयों में खरीदा था.
4. इतनी ऊंची कीमत मिलने पर कर्ण को पहली बार यकीन नहीं हुआ था.
5. उनकी पत्नी ने जब फोन पर इसकी जानकारी दी तो कर्ण को लगा की वह मजाक कर रही है.
6. कर्ण ने इसके बाद इंटरनेट पर जानकारी जुटाई और फिरकी गेंदबाज व दोस्त अमित मिश्रा का फोन आया तो कर्ण को यकीन हुआ कि उन्हें इतने ऊंचे दाम पर खरीदा गया है.
7. 2014 में जब आईपीएल फ्रेंचाइजी में उन्हें खरीदने के लिए होड़ मची हुई थी, उस वक्त कर्ण नेट्स पर बल्लेबाजी कर रहे थे.
8. बेंगलुरु में चल रही नीलामी का तनाव दूर करने के लिए कर्ण घर से निकल कर स्टेडियम चले गए थे. वहां उन्हें सबसे पहले पत्नी ने फोन कर यह खुशखबरी सुनाई.
9. कर्ण की तनख्वाह उस वक्त 17 हजार रुपए थी. उनके मुताबिक अपने जीवन में कभी उन्होंने इतनी बड़ी राशि नहीं देखी.
10. इसके पहले 2009 में उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 20 लाख रुपयों में खरीदा था.

मालूम हो कि IPL-10 के दूसरे क्वालिफायर में शुक्रवार को बेंगलुरू के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में मुंबई इंडियन्स ने कोलकाता नाइटराइडर्स को 6 विकेट से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया. अब हैदराबाद में 21 मई को रात 8 बजे से होने वाले फाइनल में उसका मुकाबला राइजिंग पुणे सुपरजायंट से होगा. क्वालिफायर-2 में कोलकाता नाइटराइडर्स का प्रदर्शन खासतौर से बल्लेबाजी बेहद खराब रही और पूरी टीम पहले बैटिंग करते हुए 18.5 ओवर में 107 रन पर सिमट गई. जवाब में मुंबई इंडियन्स ने 108 रनों के लक्ष्य को 14.3 ओवर में 4 विकेट पर 111 रन बनाकर हासिल कर लिया.
मुंबई की ओर से स्पिनर कर्ण शर्मा ने चार विकेट, जसप्रीत बुमराह ने तीन विकेट (3 ओवर, 7 रन) और मिचेल जॉनसन ने दो विकेट चटकाए. वास्तव में मुंबई की यह जीत गेंदबाजों के ही नाम रही, क्योंकि उन्होंने केकेआर को रन नहीं बनाने दिए और उसको कम स्कोर पर समेट दिया.
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