ज़िंदगी कब किस मोड़ पर पलट जाए, यह कोई नहीं जानता. 18 साल की उम्र में जहां लोग कॉलेज, करियर और नए सपनों की शुरुआत कर रहे होते हैं, वहीं झेंघुआ यांग (Zhenghua Yang) मौत से लड़ रहे थे. पहला सेमेस्टर, यूनिवर्सिटी का पहला साल और अचानक हुई एक साधारण सी नकसीर ने उनकी जिंदगी को खतरनाक मोड़ पर ला खड़ा किया.
डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें एक दुर्लभ ऑटोइम्यून बीमारी हो गई है, जिसके चलते प्लेटलेट्स तेजी से गिर रहे हैं. हालत इतनी गंभीर हो गई कि डॉक्टरों ने कह दिया- “आपके पास सिर्फ तीन घंटे बचे हैं.” लेकिन किस्मत ने उन्हें दूसरा मौका दिया. वे बच तो गए, लेकिन अगले दो साल अस्पतालों और इलाज में बीते.
वीडियो गेम बना सहारा
इस कठिन समय में, यांग को सबसे ज्यादा सहारा मिला वीडियो गेम्स से. लीग ऑफ लीजेंड्स, माइन्क्राफ्ट और वर्ल्ड ऑफ वॉरक्राफ्ट जैसे गेम उनके दर्द, डर और चिंता से लड़ने का ज़रिया बन गए. इसी दौरान उनके मन में एक बड़ा विचार जन्मा, कि अगर गेम देखकर इंसान जीने की ताकत पा सकता है, तो क्यों ना ऐसे गेम बनाए जाएं जो लोगों की जिंदगी बदल दें?
इसी सोच के साथ यांग ने मात्र 1,000 डॉलर से Serenity Forge नाम की गेमिंग कंपनी शुरू की, एक ऐसा स्टूडियो जो सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि भावनात्मक और अर्थपूर्ण अनुभवों पर केंद्रित है.
आज दुनिया जानती है उनकी ताकत
दस साल से ज्यादा समय में उनका स्टूडियो करीब 70 गेम्स बना चुका है. इनमें सबसे चर्चित है Doki Doki Literature Club, जिसने दुनियाभर में धूम मचा दी. आज कंपनी की सालाना कमाई 80 से 120 करोड़ रुपये के बीच है. लेकिन हैरानी की बात यह है कि यांग पैसों से ज्यादा महत्व देते हैं इम्पैक्ट को. यांग ने फॉर्च्यून को बताया कि वे ऐसी परियोजनाओं को भी ठुकरा चुके हैं जो करोड़ों कमा सकती थीं, सिर्फ इसलिए क्योंकि वे उनकी सोच से मेल नहीं खाती थीं.
फैंस की भावनाओं ने बदल दी उनकी प्राथमिकताएं
यांग बताते हैं कि उनके पास ऐसे फैंस आते हैं जो बताते हैं कि उनके गेम ने उनकी जिंदगी कैसे बदली. किसी ने गलत रिश्ते से बाहर निकलने की हिम्मत पाई, तो किसी को मानसिक स्वास्थ्य में सुधार मिला, किसी ने खुद को फिर से पहचानने की ताकत पाई. यांग कहते हैं- यही प्यार मेरे लिए करोड़ों से भी बड़ा है.
“तेज़ी से असफल हो, जल्दी सीखो”
यांग का मानना है कि सफलता उन लोगों को मिलती है जो गलतियां करने से नहीं डरते. वे कहते हैं कि हर असफलता आपको नए रास्ते की ओर धकेलती है, बस उसे अपनाने का साहस चाहिए.
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