Mars Ice Age Evidence : धरती पर करीब 70 करोड़ साल पहले आए सबसे भीषण Ice Age के निशान आज भी पहाड़ों, घाटियों और झीलों में दिखते हैं, लेकिन अब वैज्ञानिकों ने मंगल ग्रह पर भी ऐसे ही चौंकाने वाले सबूत खोजे हैं. यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) ने Mars Express मिशन के जरिए हाई-रेजोल्यूशन तस्वीरें साझा की हैं, जो मंगल के प्राचीन जलवायु इतिहास को उजागर करती हैं.
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टूटती जमीन की रहस्यमय रेखाएं (Coloe Fossae on Mars)
ESA की तस्वीरों में तिरछी, लगभग समानांतर रेखाएं दिखती हैं, जिन्हें Coloe Fossae कहा जाता है. ये दरअसल उस समय बनीं जब मंगल की जमीन के हिस्से टूटकर नीचे धंस गए. इसके आसपास कई गड्ढे (craters) भी दिखते हैं, जो अंतरिक्ष चट्टानों के टकराने से बने थे.

घाटियों और गड्ढों में जमी बर्फ की कहानी (Lineated Valley Fill & Concentric Crater Fill)
इन घाटियों और गड्ढों के भीतर घूमती-सी रेखाएं दिखती हैं, जिन्हें Lineated Valley Fill (LVF) कहा जाता है. ये संकेत हैं कि कभी यहां बर्फ और मलबा धीरे-धीरे बहता था. वहीं, Concentric Crater Fill (CCF) में गोल-गोल परतें दिखती हैं, जो बर्फ के जमने और उसके दबाव से बनीं.
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ग्लेशियर जैसे ढांचे, लेकिन ध्रुव से दूर (Lobate Debris Aprons & Axial Tilt)
सबसे हैरानी की बात यह है कि ये बर्फीले निशान मंगल के उत्तरी ध्रुव से काफी दूर, 39° उत्तरी अक्षांश पर पाए गए हैं. ESA के मुताबिक, इसका कारण मंगल की axial tilt में बदलाव है. जब ग्रह का झुकाव बदलता है, तो बर्फ ध्रुवों से खिसककर मध्य अक्षांशों तक पहुंच जाती है.

5 लाख साल पुराना रहस्य (Recent Martian Ice Age)
वैज्ञानिकों का मानना है कि यह मंगल का Ice Age करीब 5 लाख साल पहले भी आया हो सकता है. आज मंगल भले ही सूखा दिखता हो, लेकिन ये निशान बताते हैं कि इसका अतीत काफी सक्रिय और बदलता हुआ रहा है. मंगल पर मिले ये बर्फीले निशान सिर्फ तस्वीरें नहीं, बल्कि ग्रहों के बदलते मौसम और जलवायु को समझने की एक चाबी हैं. यह खोज भविष्य में मंगल पर जीवन की संभावना और मानव मिशनों के लिए भी बेहद अहम साबित हो सकती है.
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