8th Pay Commission Salary Calculator: देश के करीब 50 लाख सरकारी कर्मियों और 65 लाख पेंशनर्स को 8वें वेतन आयोग का इंतजार है. आठवें वेतन आयोग में सरकारी कर्मियों का वेतन (8th Pay Commission Salary Hike News) कितना बढ़ेगा, इसको लेकर अलग-अलग अटकलें लगाई जा रही है. सैलरी-पेंशन के कैलकुलेशन (8th Pay Commission Salary) के लिए फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) को लेकर भी खूब चर्चा हो रही है. सरकारी कर्मियों को अच्छी बढ़ोतरी की उम्मीद है. ब्रोकरेज फर्म्स और अन्य एक्सपर्ट्स ने संभावित फिटमेंट फैक्टर और इसके आधार पर वेतन में होने वाली बढ़ोतरी को लेकर अपनी उम्मीदें जताई हैं. एंबिट कैपिटल और कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने कुछ महीने पहले जो रिसर्च रिपोर्ट जारी की है, उनके अनुसार, प्रभावी वेतन वृद्धि 13% से 34% तक हो सकती है. आइए पूरा कैलकुलेशन समझते हैं.
फिटमेंट फैक्टर कितना हो सकता है?
एंबिट कैपिटल ने पिछले दिनों जारी रिपोर्ट में कहा कि सैलरी रिवीजन के लिए फिटमेंट फैक्टर 1.83 से 2.46 के बीच हो सकता है. इसी के आधार पर सैलरी और पेंशन का कैलकुलेशन होता है. अलग-अलग स्थितियों में सैलरी में 14% से 54% तक की बढ़ोतरी हो सकती है.
- बेस केस (Base Case): अगर फिटमेंट फैक्टर 1.83 रखा गया तो सैलरी में 14% की बढ़ोतरी हो सकती है.
- मीडियन केस (Median Case): अगर फिटमेंट फैक्टर 2.15 रखा गया तो सैलरी में 34% की वृद्धि हो सकती है.
- अपर केस (Upper Case): अगर फिटमेंट फैक्टर 2.46 रखने की सिफारिश, आयोग करता है तो सैलरी 54% तक बढ़ सकती है.
सैलरी बढ़ने का कैलकुलेशन भी समझ लीजिए
फिटमेंट फैक्टर 1.8 हुआ तो इसका मतलब होगा कि मौजूदा 'मूल' वेतन को 1.8 से गुणा किया जाएगा. वैसे प्रभावी वेतन वृद्धि कम होती है, क्योंकि नए वेतन आयोग के लागू होने पर महंगाई भत्ता (DA) भी जीरो हो जाता है. हालांकि सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि मूल वेतन में डीए मर्ज नहीं किया जाएगा.
जब 7वें वेतन आयोग ने 2.57 का फिटमेंट फैक्टर सजेस्ट किया था तो इससे साल 2016 में न्यूनतम मूल वेतन 7,000 रुपये से बढ़कर (7,000 x 2.57) यानी 18,000 रुपये हो गया था. तब महंगाई भत्ता जीरो हो गया था, इसलिए वास्तविक वेतन बढ़ोतरी बहुत कम थी. उदाहरण के लिए समझिए:
6वें वेतन आयोग के तहत न्यूनतम वेतन
7,000 (मूल वेतन) + 8,750 (DA) + 2,100 (HRA) + 1,350 (TA) = 19,200 रुपये.
7वें वेतन आयोग के तहत न्यूनतम वेतन
18,000 (मूल वेतन) + 4,320 (HRA) + 1,350 (TA) + 0 (DA) = 23,670 रुपये.
2016 में ये इस तरह संशोधित हुआ. इस तरह, 9 साल पहले 7वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद न्यूनतम वेतन में 19,200 रुपये से 23,670 रुपये तक, यानी 14.3% की प्रभावी बढ़ोतरी देखी गई थी.
50 हजार है सैलरी तो कितनी बढ़ जाएगी?
यहां हम किसी ऐसे सरकारी कर्मचारी के लिए कैलकुलेशन कर रहे हैं, जिनका मौजूदा मूल वेतन करीब 50,000 रुपये है.
- मूल वेतन: 50,000 रुपये
- HRA (24% पर): 12,000 रुपये
- TA: 2,160 रुपये
- DA (55% पर): 27,500 रुपये
- कुल वेतन: 91,660 रुपये
(यह ध्यान रखने योग्य है कि DA 55% पर कैलकुलेट किया गया है)
फिटमेंट फैक्टर 1.82 हुआ तो कितनी हो जाएगी सैलरी?
- नया मूल वेतन (50,000 x 1.82) = 91,000 रुपये
- नया HRA (91,000 x 24%) = 21,840 रुपये
- TA = 2,160 रुपये
- नया कुल वेतन: 1,15,000 रुपये (लगभग 25.46% की वृद्धि)
फिटमेंट फैक्टर 2.15 हुआ तो कितनी बढ़ जाएगी सैलरी?
नया मूल वेतन (50,000 x 2.15) = 1,07,500 रुपये
नया HRA (1,07,500 x 24%) = 25,800 रुपये
नया TA = 2,160 रुपये
नया कुल वेतन: 1,35,460 रुपये (लगभग 47.78% की वृद्धि)
अलग-अलग बेसिक सैलरी का कैलकुलेशन भी समझ लीजिए
सबसे जरूरी बात ये कि सरकार ने या 8वें वेतन आयोग ने ध्यान रखना जरूरी है कि ऊपर जो भी कैलकुलेशन दिए गए हैं, ये सभी अनुमान के आधार पर हैं. केंद्र सरकार ने जो 8वां वेतन आयोग गठित किया है, वो सभी पक्षों से चर्चा और समीक्षाओं के बाद वास्तविक फिटमेंट फैक्टर की सिफारिश करेगा.
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