
- किम जू ऐ, किम जोंग उन की 12 वर्षीय बेटी, लगातार अपने पिता के साथ सार्वजनिक कार्यक्रमों में नजर आ रही हैं.
- विश्लेषकों का मानना है कि किम जू ऐ को उत्तर कोरिया की अगली नेता बनने के लिए तैयार किया जा रहा है.
- किम जोंग उन की सेहत खराब होने के कारण उनके उत्तराधिकारी के रूप में किम जू ऐ की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है.
नॉर्थ कोरिया जिसे भले ही कई देशों ने मान्यता न दी हो लेकिन यह हमेशा सुर्खियों में बना रहता है. कभी मिसाइल टेस्ट तो कभी यहां तक राजनीति तो कभी खुद नेता किम जोंग उन. एक बार फिर नॉर्थ कोरिया खबरों में है और इस बार वजह है किम जोंग उन की बेटी किम जू ऐ. पिछले कुछ समय से किम जू ऐ की तस्वीरें लगातार सामने आ रही हैं. वह तानाशाह किम जोंग उन की बेटी हैं और अभी सिर्फ 12 साल की हैं लेकिन लोग इस बात के कयास लगाने लगे हैं कि वो देश की अगली नेता हैं.
बुआ की जगह भतीजी को कमान!
किम जू ऐ लगातार अपने पिता के साथ नजर आ रही हैं. सिर्फ इतना ही नहीं उनके लिए अब उन शब्दों का प्रयोग भी किया जाने लगा है जो पारंपरिक तौर पर नेतृत्व के लिए प्रयोग किए जाते हैं. देश की राजनीति पर नजर रखने वाले अब मानने लगे हैं कि किम जू को देश का शासन संभालने के लिए तैयार किया जा चुका है. अभी तक माना जा रहा था कि देश की बागडोर जू ऐ की बुआ किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग को मिलने वाली है लेकिन अब कुछ और खबरें सामने आ रही हैं.
बताया जा रहा है कि किम जोंग योंग की जगह अब उनकी भतीजी सत्तारूढ़ राजवंश में चौथी किम के तौर पर सामने आ सकती है. हालांकि इस अलग-थलग पड़े देश में राजनीति नेतृत्व के बारे में कम ही लोग कुछ जान पाते हैं, फिर भी कुछ विश्लेषकों का कहना है कि किम जू ऐ को 37 साल किम यो जोंग के मुकाबले ज्यादा लोग पसंद करने लगे हैं. दोनों में से कोई भी इस घोर पितृसत्तात्मक सरकार की पहली महिला नेता बनने की तरफ हैं.

मिसाइल लॉन्चिंग पर आईं नजर
दक्षिण कोरिया की इंटेलीजेंस एजेंसियों ने अनुमान लगाया है कि किम जोंग उन इस समय डायबिटीज के मरीज हैं और एक चेन स्मोकर हैं. उनका वजन करीब 137 किलोग्राम है और उन पर दिल बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है. ऐसे में अगर उनकी सेहत बिगड़ती है तो उनके उत्तराधिकारी को उत्तर कोरिया के परमाणु जखीरे का कंट्रोल विरासत में मिलेगा और वही तय करेगा कि दक्षिण कोरिया के साथ देश के तनावपूर्ण संबंधों को कैसे संभाला जाए.
जू ऐ की पहली तस्वीर साल 2022 में सामने आई थी, उस समय उन्हें एक मिसाइल लॉन्चिंग के दौरान पहली बार सार्वजनिक तौर पर देखा गया था. किम अभी टीनएजर हैं और अपने बड़े भाई किम के साथ दर्जनों अन्य कार्यक्रमों में शामिल हो चुकी हैं. सरकारी कोरियन इंस्टीट्यूट फॉर नेशनल यूनिफिकेशन के सीनियर रिसर्च फेलो चो हान-बम ने योनहाप समाचार एजेंसी को बताया कि अपने पिता के साथ आधिकारिक समारोहों, जिनमें राजनयिक कार्यक्रम भी शामिल हैं, में उनकी लगातार उपस्थिति, उनके उत्तराधिकारी के रूप में उनके चयन में बढ़ते विश्वास को दर्शाती है.
सैटेलाइट से व्हाइट हाउस पर नजर
इसके अलावा प्योंगयांग में 1 मई को नए साल के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में किम फिर अपने पिता के साथ नजर आईं. दिसंबर में दोनों उत्तर कोरिया की इंटर-कॉटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल ह्वासांग-18 के लॉन्च के मौके पर फिर नजर आए थे. यह उत्तर कोरिया की सबसे लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइल है. पिछले साल नवंबर में किम जू ऐ जासूसी सैटेलाइट मालिग्यांग-1 के लॉन्चिंग के समय भी अपने पिता के साथ मौजूद थीं.
उत्तर कोरिया का दावा है कि यह सैटेलाइट किम जोंग उन को व्हाइट हाउस का नजारा दिखाएगा. फरवरी 2023 में रेडियो फ्री एशिया ने खबर दी थी कि उत्तर कोरिया की सरकार ने किसी और किम जू ऐ को अपना नाम बदलने का आदेश दिया था. खबर में कहा गया था कि जब किम के परिवार की बात होती है तो यह आम बात है.

इस साल मई में किम जू ऐ को रूस के दूतावास में द्वितीय विश्व युद्ध के खत्म होने के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में नजर आई थीं. इस कार्यक्रम पर आई रिपोर्ट में सरकारी कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने उसे 'सबसे प्यारी बेटी' बताया. चो ने कहा, 'वह असल में उत्तर कोरिया की प्रथम महिला की भूमिका निभा रही है. पिछले ढाई सालों में 40 से ज्यादा आधिकारिक कार्यक्रमों में उन्हें देखा गया है. साथ ही घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी बढ़ती प्रतिष्ठा को देखते हुए , किम जू ऐ की उत्तराधिकार प्रक्रिया की प्रगति पर अब कोई संदेह नहीं रह गया है.'
किम ने कहा मॉर्निंग स्टार
सरकारी मीडिया ने भी पहले उसे 'मार्गदर्शक' बताया है. किम ने खुद उसे 'मॉर्निंग स्टार जनरल' कहा है. उत्तर कोरियाई राजनीतिक बयानबाजी में, 'मॉर्निंग स्टार' शब्द का इस्तेमाल एक उभरते हुए नेता के लिए संकेत के तौर पर किया जाता है. किम जू ऐ का नाम पहली बार 2013 में सार्वजनिक हुआ था. उस समय अमेरिका के रिटायर्ड बास्केटबाल खिलाड़ी डेनिस रोडमैन ने उत्तर कोरिया का दौरा किया. तब रोडमैन ने कहा था कि उन्होंने किम के परिवार के साथ समय बिताया और समुद्र के किनारे रिलैक्स किया. साथ ही उनके बच्चे को गोद लिया. रोडमैन ने बच्चे का नाम जू ऐ बताया था. साल 1948 में उत्तर कोरिया का गठन हुआ और तब से ही देश पर किसी पुरुष का ही राज रहा है. ऐसे में अगर किम जू पिता की उत्तराधिकारी बनती हैं, तो वह देश का नेतृत्व करने वाली पहली महिला होंगी.
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