व्हाइट हाउस ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि यूक्रेन में विस्फोट के बाद एक बड़े बांध के तबाह को जाने से संभावित रूप से कई मौतें होंगी. साथ ही कहा कि इस कृत्य के पीछे कौन था, यह कहने के लिए फिलहाल कोई ठोस सबूत नहीं है. राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा, "अमेरिका निर्णायक रूप से यह नहीं कह सकता कि इस वक्त क्या हुआ."
मॉस्को और कीव ने कखोवका बांध को तोड़ने को लेकर एक दूसरे पर आरोप लगाए हैं. कीव ने कहा कि रूस द्वारा यूक्रेन के काफी समय से प्रतीक्षित आक्रमण को बाधित करने का एक प्रयास था. रूस ने पिछले साल यूक्रेन पर हमला करने के तुरंत बाद दक्षिणी यूक्रेन में स्थित इस बांध पर कब्जा कर लिया था.
बांध टूटने के परिणामस्वरूप आई बाढ़ के कारण एक छोटे से शहर और दो दर्जन गांवों में पानी भर गया, जिससे 17,000 लोगों को यहां से निकाला गया.
किर्बी ने कहा कि "महत्वपूर्ण" क्षति हुई और कहा कि इसके लिए एक "विस्फोट" जिम्मेदार था. हालांकि, वह इस बात को लेकर सावधान थे कि अपराधी की पहचान करने से पहले वाशिंगटन अभी भी घटना का अध्ययन कर रहा है.
उन्होंने कहा कि अमेरिका "अंतिम निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा है." उन्होंने कहा, "हम अभी भी जानकारी इकट्ठा करने और यूक्रेनियनों से बात करने की कोशिश कर रहे हैं."
यह पूछे जाने पर कि क्या बांध पर हमला करना युद्ध अपराध होगा, किर्बी ने कहा, "यह स्पष्ट है कि युद्ध के कानूनों में नागरिक बुनियादी ढांचे के जानबूझकर विनाश की अनुमति नहीं है."
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