तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए विनाशकारी भूकंप (Turkey-Syria Earthquake) के बाद दुनिया के करीब 70 देश मदद के लिए आए आए हैं. भारत भी तुर्की में 'ऑपरेशन दोस्त' के तहत मदद पहुंचा रहा है. इसी कड़ी में भारत से तुर्की भेजे गए एनडीआरएफ के दल ने मलबे में दबी 6 साल की बच्ची को सुरक्षित निकाल लिया है. गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने सफल रेस्क्यू ऑपरेशन (NDRF Rescue Operation) का वीडियो शेयर कर इसकी जानकारी दी है.
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्वीट किया, "इस प्राकृतिक आपदा में भारत तुर्की के साथ खड़ा है. भारत की एनडीआरएफ टीम ग्राउंड जीरो पर बचाव और राहत अभियान चला रही है. टीम आईएनडी-11 ने आज (गुरुवार) को गाजियांटेप के नूरदागी से 6 साल की बच्ची को सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया."
Standing with Türkiye in this natural calamity. India's @NDRFHQ is carrying out rescue and relief operations at ground zero.
— Spokesperson, Ministry of Home Affairs (@PIBHomeAffairs) February 9, 2023
Team IND-11 successfully retrieved a 6 years old girl from Nurdagi, Gaziantep today. #OperationDost pic.twitter.com/Mf2ODywxEa
अमित शाह की अध्यक्षता में गृह मंत्रालय मौजूदा समय में NDRF का पेरेंट डिपार्टमेंट है. ये एक ऐसा संगठन है, जिसके पास प्राकृतिक आपदाओं और अन्य प्रकार की घटनाओं के बाद बचाव और राहत कार्य में मदद करने का व्यापक अनुभव है. एनडीआरएफ के महानिदेशक अतुल करवाल ने कहा कि बुधवार को एनडीआरएफ के 51 कर्मियों का एक दल तुर्की के लिए रवाना हुआ. ये दल वहां पहले से तैनात दो टीमों के साथ मिलकर काम करेगा.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, ‘‘हमारे एनडीआरएफ पर गर्व है. तुर्की में बचाव अभियान में टीम आईएनडी-11 ने गंजियातेप शहर में छह साल की लड़की बेरेन की जान बचाई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हम एनडीआरएफ को दुनिया का अग्रणी आपदा मोचन बल बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.''
बता दें कि भारत ने तर्की और सीरिया में सोमवार को आए विनाशकारी भूकंप के बाद दोनों देशों की मदद के लिए ‘‘ऑपरेशन दोस्त'' शुरू किया है. अधिकारियों ने बताया कि एनडीआरएफ कंक्रीट के मलबे और अन्य ढांचे को तोड़ने के लिए चिप और मशीनों का इस्तेमाल कर रहा है. उसके पास गहरायी तक जाने वाले रडार हैं, जो किसी व्यक्ति की दिल की धड़कन जैसी मंद आवाज को भी पकड़ लेते हैं.
कब और कितनी तीव्रता का आया भूकंप?
तुर्की और सीरिया में 6 फरवरी को सुबह भूकंप के 3 बड़े झटके महसूस किए गए. तुर्की के वक्त के मुताबिक, पहला भूकंप सुबह करीब चार बजे (7.8), दूसरा करीब 10 बजे (7.6) और तीसरा दोपहर 3 बजे (6.0) आया. वहीं, 243 आफ्टर शॉक्स भी दर्ज किए गए. इनकी तीव्रता 4 से 5 रही. 7 फरवरी सुबह तुर्की में फिर से भूकंप आया. जिसकी तीव्रता 8.53 दर्ज की गई. इसी दिन दोपहर 12.41 बजे 5.4 तीव्रता का भूकंप आया.
तुर्की में क्या-क्या भेज रहा है भारत?
भारत ने 'ऑपरेशन दोस्त' के तहत मदद भेजा है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि बचावकर्मियों, जरूरी दवाइयों और मेडिकल इक्विपमेंट, डॉग स्क्वॉड के साथ विमान तुर्की के लिए रवाना हो चुका है. रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए NDRF टीमों के साथ गरुड़ एरोस्पेस कंपनी के ड्रोन भी भेजे गए हैं.
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