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केरी ने कहा, राष्ट्रपति बराक ओबामा ने यह स्पष्ट कर दिया कि कूटनीति के विफल रहने पर असद शासन की इन हथियारों को मुहैया कराने की क्षमता को रोकने के लिए बल प्रयोग अनिवार्य हो सकता है।
केरी ने गुरुवार को जिनेवा में रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव की उपस्थिति में संवाददाताओं से कहा, राष्ट्रपति बराक ओबामा ने यह स्पष्ट कर दिया कि कूटनीति के विफल रहने पर असद शासन की इन हथियारों को मुहैया कराने की क्षमता को रोकने के लिए बल प्रयोग अनिवार्य हो सकता है। इससे उनसे छुटकारा नहीं मिलेगा, लेकिन यह इन हथियारों के प्रयोग की उनकी इच्छा को बदल सकता है। रूस और अमेरिका के प्रतिनिधि दल सीरिया के रासायनिक हथियारों को अंतरराष्ट्रीय नियंत्रण में लाने के लिए जिनेवा में बातचीत कर रहे हैं।
केरी ने कहा, एक चीज जिस पर हम सहमत हैं, वह इन्हें (हथियारों को) एक साथ खत्म करना है। जिनेवा में हमारे सामने चुनौती है कि हम असद के रासायनिक हथियारों को अंतरराष्ट्रीय नियंत्रण में लाने, सीरिया से इन हथियारों को हटाने और हमेशा के लिए खत्म करने की संभावना तलाशें।
केरी ने कहा, हमारा मानना है कि जिस तरह सीरियाई शासन ने व्यवहार किया है, इस समय इस प्रक्रिया के लिए कुछ भी मानक नहीं है। और यह केवल उन हथियारों के अस्तित्व की बात नहीं है, बल्कि उनका इस्तेमाल हुआ है। उन्होंने कहा, सीरियाई शासन के केवल वायदे ही पर्याप्त नहीं हैं। इस वजह से ही हम यहां रूस के साथ काम करने आए हैं, ताकि यह सुनिश्चित कर सकें कि इससे ठोस नतीजे हासिल हों। केरी ने कहा कि रूस और अमेरिका दोनों ही ओर से काफी अपेक्षाएं हैं।
अमेरिकी विदेशमंत्री ने कहा कि कूटनीति को ओबामा प्रशासन पहली वरीयता देता है लेकिन यह कहना जल्दबाजी होगा कि यह सफल साबित होगा।
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