
- अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाए हैं जिससे दोनों देशों के संबंध तनावपूर्ण हुए हैं.
- कॉमर्स सेक्रेटरी लुटनिक का भारत पर आरोप है कि वह अपने बाजार में अमेरिका को नहीं आने देता जबकि अमेरिका खुला है.
- ट्रंप प्रशासन ने भारत को चेतावनी दी है कि टैरिफ कम न करने पर व्यापार में कठिनाइयों का सामना करना होगा.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50 प्रतिशत का टैरिफ बम फोड़ा हुआ है. दोनों बीच के रिश्ते तनावपूर्ण हुए हैं और पूरी कोशिश है कि व्यापार वार्ता वापस पटरी पर लौटे. लेकिन इस बीच ट्रंप कैबिनेट धुरंधरों की ओर से ऐसे बयान आ रहे हैं जिनमें भारत से शिकायत भी है और उसके लिए धमकी भी. ट्रंप के कॉमर्स सेक्रेटरी (वित्त मंत्री) हॉवर्ड लुटनिक ने कहा है कि भारत 1.4 अरब लोगों के होने का दावा करता है, लेकिन थोड़ी मात्रा में भी अमेरिकी मक्का नहीं खरीदता है. उन्होंने कहा है कि नई दिल्ली को अपने टैरिफ कम करने होंगे या अमेरिका के साथ व्यापार करने में "कठिन समय" का सामना करना पड़ेगा.
लुटनिक ने शनिवार को एक इंटरव्यू के दौरान यह टिप्पणी की. उनसे पूछा गया कि क्या अमेरिका टैरिफ के कारण भारत, कनाडा और ब्राजील जैसे "महत्वपूर्ण सहयोगियों" के साथ अपने "बहुत मूल्यवान संबंधों" को मिसमैनेज कर रहा है. जवाब में हॉर्वड लुटनिक ने कहा, "रिश्ता एकतरहफा है. वे हमें बेचते हैं और हमारा फायदा उठाते हैं. वे हमें अपने बाजार में आने से रोकते हैं, और वे हमें बेचते हैं क्योंकि हम उनके लिए खुले हैं (और) वे फायदा उठाते हैं." लुटनिक ने कहा. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप निष्पक्ष और पारस्परिक व्यापार की बात करते हैं.
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अपने टैरिफ कम करें, हमारे साथ वैसा ही व्यवहार करें जैसा हम आपके साथ करते हैं. कॉमर्स सेक्रेटरी ने आगे कहा, "हमें सालों की गलतियों को सही करना है, इसलिए हम चाहते हैं कि जब तक हम इसे ठीक नहीं कर लेते, तब तक टैरिफ दूसरे रास्ते पर चले… यह राष्ट्रपति का मॉडल है, और या तो आप इसे स्वीकार करेगें या आपको दुनिया के सबसे बड़े उपभोक्ता के साथ व्यापार करने में कठिनाई होगी.”
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