वॉशिंगटन:
अमेरिका ने उत्तर कोरिया द्वारा हाल ही में किए गए तीन बैलिस्टिक मिसाइलों के प्रक्षेपण की कड़ी निंदा करते हुए उसे 'भड़काउ कृत्यों' से दूर रहने के लिए कहा है. उत्तर कोरिया ने जब ये परीक्षण किए, तब चीन में जी20 सम्मेलन चल रहा था.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा, 'बीते कुछ माह में आम हो चुके ये परीक्षण संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के उन प्रस्तावों का उल्लंघन करते हैं, जो उत्तर कोरिया द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल प्रौद्योगिकी वाले प्रक्षेपण किए जाने पर प्रतिबंध लगाते हैं'. उन्होंने कहा, 'संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित करार दिए गए उत्तर कोरियाई परमाणु एवं बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम अमेरिका और हमारे सहयोगियों- जापान एवं कोरियाई गणतंत्र और क्षेत्र में हमारे अन्य सहयोगियों पर खतरा पैदा करते हैं'.
उन्होंने आरोप लगाया, 'आज के ये लापरवाही भरे प्रक्षेपण क्षेत्र में नागरिक उड्डयन और समुद्री वाणिज्य को खतरे में डालते हैं'. किर्बी ने कहा कि अमेरिका इन कार्यक्रमों के कारण अमेरिका पर मंडराने वाले खतरों के बारे में संयुक्त राष्ट्र और आगामी पूर्वी एशिया सम्मेलन में अपनी चिंताएं व्यक्त करेगा ताकि उत्तर कोरिया को इन भड़काउ कृत्यों के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सके.
उन्होंने कहा, 'हम उत्तर कोरिया से अपील करते हैं कि वह क्षेत्र में तनाव बढ़ाने वाली गतिविधियों एवं घृणित भाषणबाजी से दूर रहे और अपनी अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारियों एवं प्रतिबद्धताओं के निवर्हन की दिशा में ठोस कदम उठाए'.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा, 'बीते कुछ माह में आम हो चुके ये परीक्षण संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के उन प्रस्तावों का उल्लंघन करते हैं, जो उत्तर कोरिया द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल प्रौद्योगिकी वाले प्रक्षेपण किए जाने पर प्रतिबंध लगाते हैं'. उन्होंने कहा, 'संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित करार दिए गए उत्तर कोरियाई परमाणु एवं बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम अमेरिका और हमारे सहयोगियों- जापान एवं कोरियाई गणतंत्र और क्षेत्र में हमारे अन्य सहयोगियों पर खतरा पैदा करते हैं'.
उन्होंने आरोप लगाया, 'आज के ये लापरवाही भरे प्रक्षेपण क्षेत्र में नागरिक उड्डयन और समुद्री वाणिज्य को खतरे में डालते हैं'. किर्बी ने कहा कि अमेरिका इन कार्यक्रमों के कारण अमेरिका पर मंडराने वाले खतरों के बारे में संयुक्त राष्ट्र और आगामी पूर्वी एशिया सम्मेलन में अपनी चिंताएं व्यक्त करेगा ताकि उत्तर कोरिया को इन भड़काउ कृत्यों के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सके.
उन्होंने कहा, 'हम उत्तर कोरिया से अपील करते हैं कि वह क्षेत्र में तनाव बढ़ाने वाली गतिविधियों एवं घृणित भाषणबाजी से दूर रहे और अपनी अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारियों एवं प्रतिबद्धताओं के निवर्हन की दिशा में ठोस कदम उठाए'.
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