- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को मिले दस्तावेज़ों में ब्रिटेन के हथियार सूडान के युद्धक्षेत्रों में पाए गए हैं
- ब्रिटिश सेना के उपकरण रैपिड सपोर्ट फोर्सेज द्वारा सूडान में नरसंहार में इस्तेमाल किए जा रहे हैं
- ब्रिटेन से संयुक्त अरब अमीरात को हथियार निर्यात की अनुमति मिलने के बाद UAE पर सूडान में सप्लाई का आरोप है
किसी दूर गरीब देश में हो रहे नरसंहार में अगर आपके देश के हथियार का इस्तेमाल हो तो यह किसी भी बड़े देश के लिए शर्मनाक बात है. अब यही शर्मनाक स्थिति का सामना ब्रिटेन को करना पड़ रहा है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद यानी UNSC को ऐसे डॉक्यूमेंट मिले हैं जिसने पता चला है कि ब्रिटिश सेना के हथियार, उपकरण सूडान के युद्धक्षेत्रों में मिले हैं और इनका उपयोग सूडान में नरसंहार करने के आरोपी अर्धसैनिक समूह- रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) द्वारा किया जाता है. यह रिपोर्ट ब्रिटिश अखबार द गार्डियन छापी है.
रिपोर्ट के अनुसार ब्रिटेन में बने स्मॉल आर्म्स टारगेट सिस्टम और बख्तरबंद कर्मियों की गाड़ियों के लिए ब्रिटिश में बने इंजन एक संघर्ष में युद्ध स्थलों से बरामद किए गए हैं. यह संघर्ष अब दुनिया की सबसे बड़ी मानवीय तबाही का कारण बन गया है. अब यह सामने आने के बाद यह ब्रिटेन द्वारा संयुक्त अरब अमीरात (UAE) को हथियारों के निर्यात पर फिर से सवाल उठने लगे हैं. UAE पर सूडान में अर्धसैनिक RSF को हथियारों की सप्लाई करने का बार-बार आरोप लगाया गया है. यानी अब यह माना जा रहा है कि UAE ब्रिटेन से मिले हथियारों को सूडान में सप्लाई कर दे रहा है.
अब यह सबूत ब्रिटेन सरकार और संघर्ष को बढ़ावा देने में उसकी संभावित भूमिका पर भी सवाल उठाते हैं.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को इससे महीनों पहले पहली बार डॉक्यूमेंट मिले थे, जिसमें आरोप लगाया गया था कि UAE ने RSF को ब्रिटिश-निर्मित वस्तुओं की आपूर्ति की है. अब नए डॉक्यूमेंट मिलने के से बाद यह और पुख्ता हो रहा है कि ब्रिटिश सरकार ने उसी प्रकार के सैन्य उपकरणों के लिए UAE को और निर्यात को मंजूरी दे दी है.
दूसरी तरफ UAE ने बार-बार इन आरोपों से इनकार किया है कि वह RSF को सैन्य समर्थन देता है.