सिख के पगड़ी की सांकेतिक तस्वीर.
लंदन:
ब्रिटेन की एक अदालत को बताया गया कि 6,00,000 पाउंड के एक घोटाले में तीन ब्रिटिश सिखों ने करीब 70 अवैध अफगान अप्रवासियों को सिखों के वास्तविक पासपोर्ट का इस्तेमाल कर देश में घुसाया. दलजीत कपूर, हरमीत कपूर और देविंदर चावला ने मार्च में इनर लंदन क्राउन कोर्ट में सुनवाई के दौरान अपना दोष कबूल कर लिया. तीनों की उम्र 40 से अधिक है. दलजीत एवं हरमीत रिश्तेदार हैं. 'द सन' अखबार की खबर के अनुसार घोटाले में तीनों की संलिप्तता के स्तर को लेकर अभियोजन एवं बचाव पक्ष के बीच असहमति होने के कारण तीनों कल फिर से सुनवाई के लिए अदालत में पेश हुए .
अदालत से कहा गया कि सीमा अधिकारी गैरकानूनी अप्रवासियों के बीच अंतर नहीं कर पाए जो वास्तविक पासपोर्ट धारकों के तौर पर पगड़ी पहनकर वहां आए. सिख पुरुषों को उनके पहचान पत्रों में पगड़ी के साथ तस्वीर खिंचवाने की अनुमति है.
गिरोह फ्रांस जाता था और चुराए गए या वास्तविक पासपोर्ट अवैध अप्रवासियों को देता था जो उनके जैसे दिखते थे.
एक बार अप्रवासियों के ब्रिटेन में प्रवेश करने के बाद गिरोह वे पासपोर्ट घुसने की कोशिश करने वाले अन्य अप्रवासियों को दे देते थे.
अदालत को बताया गया कि पूरी साजिश करीब 6,20,000 पाउंड से जुड़ी है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अदालत से कहा गया कि सीमा अधिकारी गैरकानूनी अप्रवासियों के बीच अंतर नहीं कर पाए जो वास्तविक पासपोर्ट धारकों के तौर पर पगड़ी पहनकर वहां आए. सिख पुरुषों को उनके पहचान पत्रों में पगड़ी के साथ तस्वीर खिंचवाने की अनुमति है.
गिरोह फ्रांस जाता था और चुराए गए या वास्तविक पासपोर्ट अवैध अप्रवासियों को देता था जो उनके जैसे दिखते थे.
एक बार अप्रवासियों के ब्रिटेन में प्रवेश करने के बाद गिरोह वे पासपोर्ट घुसने की कोशिश करने वाले अन्य अप्रवासियों को दे देते थे.
अदालत को बताया गया कि पूरी साजिश करीब 6,20,000 पाउंड से जुड़ी है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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