श्रीलंका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शानदार नेतृत्व की जमकर तारीफ की है. भारत में श्रीलंका की उच्चायुक्त महिषिनी कोलोन ने पीएम मोदी को ग्लोबल साउथ और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक अहम आवाज बताया है और कहा है कि श्रीलंका के लोग उन्हें अपना प्यारा दोस्त मानते हैं. उन्होंने हाल ही में आए चक्रवात दित्वाह के दौरान दी गई मदद के लिए भी आभार जताया.
'दोस्त, जो मुश्किल वक्त में हमेशा साथ खड़ा रहा'
भारत में श्रीलंका की उच्चायुक्त महिषिनी कोलोन ने IANS से बात करते हुए कहा कि हम प्रधानमंत्री मोदी को ग्लोबल साउथ और अंतरराष्ट्रीय स्तर की एक अहम आवाज के तौर पर देखते हैं. वह एक बहुत सम्मानित नेता हैं. श्रीलंका के लोग उन्हें अपना प्यारा दोस्त मानते हैं. एक ऐसे दोस्त, जो मुश्किल समय में हमेशा श्रीलंका के साथ खड़े रहे हैं.
PM मोदी के दौरे से पर्यटन में आई नई जान
उन्होंने कहा कि अप्रैल 2019 में ईस्टर संडे हमलों के दौरान जब श्रीलंका बिखर गया था और यात्रा संबंधी एडवाइजरी जारी की गई थी, तब भी प्रधानमंत्री मोदी ने छह हफ्तों के अंदर दौरा किया, जिससे हमारे पर्यटन को फिर से शुरू करने और हमारी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में बहुत मदद मिली.
दित्वाह के कुछ घंटे बाद ही पहुंची मदद
चक्रवात दित्वाह के दौरान भारत की भूमिका को लेकर उच्चायुक्त ने बताया कि तूफान के कुछ ही घंटों में भारत से मदद पहुंच गई थी और उन्होंने कई तरह से श्रीलंका की मदद की. राहत व बचाव अभियान और मेडिकल मदद पहुंचाने के लिए भारत ने हेलीकॉप्टर तैनात किए. पीड़ितों के लिए राहत सप्लाई भेजी. इलाज के लिए अपने डॉक्टरों को भी भेजा. इससे हमें बहुत मदद मिली.
'भारत ने कई तरह से श्रीलंका की मदद की'
साइक्लोन के बाद की स्थिति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि साइक्लोन गुजर चुका है. राहत और बचाव का काम पूरा हो गया है. बेसिक सर्विस और कनेक्टिविटी फिर से शुरू हो चुकी है, और इस काम में भारत ने श्रीलंका की काफी मदद दी है. भारत श्रीलंका के पुनर्निर्माण और रिकवरी के अगले फेज में साथ खड़ा रहा है और ऐसा पहली बार नहीं हुआ है.
'भारत हमारा एक भरोसेमंद पार्टनर है'
श्रीलंका के साथ भारत की लंबे समय से चली आ रही साझेदारी के बारे में उच्चायुक्त कोलोन ने कहा कि भारत निश्चित रूप से बार-बार श्रीलंका के भरोसेमंद और अच्छे साझेदार के तौर पर उभरा है. श्रीलंका के लोग भारत को एक भरोसेमंद पार्टनर के रूप में देखते हैं, ऐसा पार्टनर जो हमारे लिए खड़ा है और पहले भी लगातार खड़ा रहा है.
उन्होंने व्यापारिक संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत और श्रीलंका ने 1998 में फ्री ट्रेड एग्रीमेंट साइन किया था. यह दोनों देशों के बीच पहला फ्री ट्रेड एग्रीमेंट था. तब से लेकर आज के दौर तक हमारी ट्रेड पार्टनरशिप बढ़ी है. श्रीलंका के लिए अब भारत सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है, लेकिन एफटीए को अपग्रेड करने की जरूरत है. हमें उम्मीद है कि इस पर जल्द ही बातचीत शुरू होगी.
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