प्रतीकात्मक फोटो
सैन फ्रांसिस्को:
अमेरिका की कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने हथेली के आकार का एक रोबोट तैयार किया है। इसे बनाने के लिए कॉकरोच से प्रेरणा ली गई है। भविष्य में ऐसे रोबोट का इस्तेमाल भूकंप की स्थिति और हालातों से निपटने में किया जा सकता है।
खुद से 900 गुना अधिक भार उठाने में सक्षम
कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधार्थी कौशिक जयराम ने बताया, "इस रोबोट में खास बात यह है कि यह वास्तविक कॉकरोच की तरह ही दौड़ सकते हैं। इनकी लंबाई लगभग आधा इंच है और यह स्वतंत्रतापूर्वक दौड़ सकते हैं। यह बिना किसी क्षति के अपने वजन के 900 गुना अधिक भार सहन कर सकते हैं।" जयराम ने इस रोबोट का नाम सीआरएएम (क्रैम) रखा है, इसे बनाने के लिए उन्होंने काकरोच तकनीक से प्रेरणा ली है।
कीट सबसे सफल प्राणी
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया से इंटीग्रेटिव बायोलॉजी के प्रोफेसर रॉबर्ट फुल कहते हैं, "कीट विश्व के सबसे सफलतम प्राणी हैं, क्योंकि वह बिना रोक-टोक और बाधा के हर जगह घूम सकते हैं। हमने उनसे प्रेरणा लेकर उन्हीं के अनुरूप एक रोबोट बनाने की कोशिश की है।" यह अध्ययन 'जर्नल प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज' में प्रकाशित किया गया है।
खुद से 900 गुना अधिक भार उठाने में सक्षम
कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधार्थी कौशिक जयराम ने बताया, "इस रोबोट में खास बात यह है कि यह वास्तविक कॉकरोच की तरह ही दौड़ सकते हैं। इनकी लंबाई लगभग आधा इंच है और यह स्वतंत्रतापूर्वक दौड़ सकते हैं। यह बिना किसी क्षति के अपने वजन के 900 गुना अधिक भार सहन कर सकते हैं।" जयराम ने इस रोबोट का नाम सीआरएएम (क्रैम) रखा है, इसे बनाने के लिए उन्होंने काकरोच तकनीक से प्रेरणा ली है।
कीट सबसे सफल प्राणी
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया से इंटीग्रेटिव बायोलॉजी के प्रोफेसर रॉबर्ट फुल कहते हैं, "कीट विश्व के सबसे सफलतम प्राणी हैं, क्योंकि वह बिना रोक-टोक और बाधा के हर जगह घूम सकते हैं। हमने उनसे प्रेरणा लेकर उन्हीं के अनुरूप एक रोबोट बनाने की कोशिश की है।" यह अध्ययन 'जर्नल प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज' में प्रकाशित किया गया है।