पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (फाइल फोटो)
इस्लामाबाद:
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पठानकोट हमले को लेकर पिछले दो दिनों दूसरी उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की और भारत के साथ मामले की जांच में सहयोग करने का पाकिस्तान का संकल्प दोहराया। शुक्रवार की बैठक में वरिष्ठ राजनेताओं के अलावा सेना प्रमुख जनरल राहिल शरीफ और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नासिर जांजुआ भी मौजूद रहे।
इससे पहले नवाज शरीफ ने पठानकोट आतंकी हमले के बारे में भारत की ओर से मुहैया कराए गए सुरागों की जांच करने का आदेश दिया है। समाचार पत्र ‘द नेशन’ के अनुसार शरीफ ने गुरुवार को उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की और पठानकोट स्थित भारतीय वायुसेना अड्डे पर हमले को लेकर चर्चा की। अखबार ने कहा कि प्रधानमंत्री और उनके सहयोगियों ने भारत की ओर से मुहैया कराए गए सबूत की जांच शुरू करने पर सहमति जताई।
भारत के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए पाकिस्तान तैयार
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारत की ओर से मुहैया कराए गए सुरागों को खुफिया ब्यूरो प्रमुख आफताब सुलतान को सौंप दिया। बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद विरोधी प्रयासों के तहत भारत के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए तैयार है।
शरीफ ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नासिर खान जांजुआ को निर्देश दिया कि वह पठानकोट हमले के बाद बातचीत की प्रक्रिया को सही ढर्रे पर बनाए रखने के लिए अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल से संपर्क में रहें।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि भारत की ओर से प्रदान की गई जानकारी ‘पर्याप्त नहीं है’ क्योंकि यह सिर्फ टेलीफोन नंबरों तक सीमित है और पाकिस्तान अतिरिक्त जानकारी की मांग सकता है।
अधिकारी ने कहा, ‘हम कार्रवाई के लिए मामला बनाने को लेकर ठोस सूचना चाहेंगे, नहीं तो अदालत दखल देगी और संदिग्धों को जमानत मिल जाएगी।’ उन्होंने कहा कि बैठक में इस बात को लेकर सहमति बनी कि हमले में दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अधिकारी ने कहा कि बैठक में राष्ट्रीय कार्य योजना के क्रियान्वयन पर भी सहमति बनी।
आतंकी लिए थे लाहौर में बने पेनकिलर और कराची में बनी सीरिंज
पंजाब के पठानकोट में एयरबेस पर हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादी अपने साथ लाहौर में निर्मित पैनकिलर और कराची में निर्मित सीरिंज लिए हुए थे। दवाएं, सीरिंज और छोड़े गए खाने के साथ रेडी टू ईट फूड के पैकेट्स एयरबेस के पास की उस बिल्डिंग से मिले हैं जहां सेना के साथ गोलीबारी के दौरान आतंकी छिपे थे। आतंकी अपने साथ शरीर की क्षमता बढ़ाने वाले ड्रग्स, बैंडेज, रुई, परफ्यूम और खजूर भी लिए हुए थे। जांचकर्ताओं का मानना है कि आतंकियों का पहला ग्रुप एयरबेस में करीब 24 घंटे पहले जाकर छुप गया था। इसके बाद दूसरे ग्रुप ने शनिवार सुबह यहां हमला बोला। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर और तीन अन्य लोगों की हमले को अंजाम देने वाले छह आतंकियों के हैंडलर्स के तौर पर पहचान की है।
इस पाकिस्तानी नंबर पर 'उस्ताद' को फोन किया था पठानकोट हमले के आतंकियों ने
पठानकोट एयरफोर्स बेस पर हमला करने वाले आतंकवादियों के पाकिस्तानी हैंडलर 'उस्ताद' का फोन नंबर मिल गया है, जिस पर उन्होंने भारतीय सीमा में दाखिल होने के बाद कॉल किया था। इस नंबर के अलावा एक और पाकिस्तानी फोन नंबर भी सामने आया है, जो आतंकवादियों में से एक की मां का हो सकता है। अंग्रेज़ी दैनिक 'टाइम्स ऑफ इंडिया' में इंटेलिजेंस ब्यूरो के हवाले से प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, पहला नंबर +92-3017775253 एक आतंकवादी की मां का हो सकता है, जिसने एयरफोर्स बेस पर हमला करने से पहले अपनी मां को फोन किया था। दूसरा नंबर +92-3000597212 आतंकवादियों के पाकिस्तान में बैठे हैंडलर का हो सकता है।
इससे पहले नवाज शरीफ ने पठानकोट आतंकी हमले के बारे में भारत की ओर से मुहैया कराए गए सुरागों की जांच करने का आदेश दिया है। समाचार पत्र ‘द नेशन’ के अनुसार शरीफ ने गुरुवार को उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की और पठानकोट स्थित भारतीय वायुसेना अड्डे पर हमले को लेकर चर्चा की। अखबार ने कहा कि प्रधानमंत्री और उनके सहयोगियों ने भारत की ओर से मुहैया कराए गए सबूत की जांच शुरू करने पर सहमति जताई।
भारत के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए पाकिस्तान तैयार
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारत की ओर से मुहैया कराए गए सुरागों को खुफिया ब्यूरो प्रमुख आफताब सुलतान को सौंप दिया। बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद विरोधी प्रयासों के तहत भारत के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए तैयार है।
शरीफ ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नासिर खान जांजुआ को निर्देश दिया कि वह पठानकोट हमले के बाद बातचीत की प्रक्रिया को सही ढर्रे पर बनाए रखने के लिए अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल से संपर्क में रहें।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि भारत की ओर से प्रदान की गई जानकारी ‘पर्याप्त नहीं है’ क्योंकि यह सिर्फ टेलीफोन नंबरों तक सीमित है और पाकिस्तान अतिरिक्त जानकारी की मांग सकता है।
अधिकारी ने कहा, ‘हम कार्रवाई के लिए मामला बनाने को लेकर ठोस सूचना चाहेंगे, नहीं तो अदालत दखल देगी और संदिग्धों को जमानत मिल जाएगी।’ उन्होंने कहा कि बैठक में इस बात को लेकर सहमति बनी कि हमले में दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अधिकारी ने कहा कि बैठक में राष्ट्रीय कार्य योजना के क्रियान्वयन पर भी सहमति बनी।
आतंकी लिए थे लाहौर में बने पेनकिलर और कराची में बनी सीरिंज
पंजाब के पठानकोट में एयरबेस पर हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादी अपने साथ लाहौर में निर्मित पैनकिलर और कराची में निर्मित सीरिंज लिए हुए थे। दवाएं, सीरिंज और छोड़े गए खाने के साथ रेडी टू ईट फूड के पैकेट्स एयरबेस के पास की उस बिल्डिंग से मिले हैं जहां सेना के साथ गोलीबारी के दौरान आतंकी छिपे थे। आतंकी अपने साथ शरीर की क्षमता बढ़ाने वाले ड्रग्स, बैंडेज, रुई, परफ्यूम और खजूर भी लिए हुए थे। जांचकर्ताओं का मानना है कि आतंकियों का पहला ग्रुप एयरबेस में करीब 24 घंटे पहले जाकर छुप गया था। इसके बाद दूसरे ग्रुप ने शनिवार सुबह यहां हमला बोला। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर और तीन अन्य लोगों की हमले को अंजाम देने वाले छह आतंकियों के हैंडलर्स के तौर पर पहचान की है।
इस पाकिस्तानी नंबर पर 'उस्ताद' को फोन किया था पठानकोट हमले के आतंकियों ने
पठानकोट एयरफोर्स बेस पर हमला करने वाले आतंकवादियों के पाकिस्तानी हैंडलर 'उस्ताद' का फोन नंबर मिल गया है, जिस पर उन्होंने भारतीय सीमा में दाखिल होने के बाद कॉल किया था। इस नंबर के अलावा एक और पाकिस्तानी फोन नंबर भी सामने आया है, जो आतंकवादियों में से एक की मां का हो सकता है। अंग्रेज़ी दैनिक 'टाइम्स ऑफ इंडिया' में इंटेलिजेंस ब्यूरो के हवाले से प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, पहला नंबर +92-3017775253 एक आतंकवादी की मां का हो सकता है, जिसने एयरफोर्स बेस पर हमला करने से पहले अपनी मां को फोन किया था। दूसरा नंबर +92-3000597212 आतंकवादियों के पाकिस्तान में बैठे हैंडलर का हो सकता है।
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