पाकिस्तान सेना प्रमुख रहील शरीफ (फाइल फोटो)
पाकिस्तान के मज़बूत सेना प्रमुख जनरल रहील शरीफ ने सोमवार को अपने कार्यकाल की अंतिम बैठकों में हिस्सा लिया. यह जानकारी उनके प्रवक्ता ने तब दी जब ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि इस महीने पूरा होने वाला उनका तीन साल का कार्यकाल आगे बढ़ाया जा सकता है.
बता दें कि जनरल शरीफ पाकिस्तानी जनता के बीच काफी लोकप्रिय थे क्योंकि उन्होंने अपराध और भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए कड़े कदम उठाए, साथ ही वह अस्थिर आदिवासी इलाकों में इस्लामिक कट्टरपंथ के खिलाफ कड़ी कार्यवाही भी करते देखे गए.
हालांकि 29 नवंबर को रिटायर होने वाले शरीफ ने कभी नहीं कहा कि वह कार्यकाल को आगे बढ़वाना चाहते हैं लेकिन मीडिया और राजनेताओं के बीच ऐसे कयास भर लगाए जा रहे थे. सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल असिम बजवा ने ट्विटर पर लिखा कि सोमवार से सेना प्रमुख लाहौर से अपने कार्यकाल की आखिरी बैठकों की शुरुआत करेंगे.
28 नवंबर तक पाकिस्तान प्रमुख नवाज़ शरीफ को रिटायर होने वाले सेना प्रमुख की जगह अपनी ओर से नए नाम को रखना होगा. इस काम में सेना अपनी ओर से तीन चार उम्मीदवारों का नाम देकर पीएम की मदद करती है.
वैसे इस पोस्ट के लिए प्रबल उम्मीदवारों की लिस्ट में एलजी जावेद इक़बाल रामदे, एलजी जुबैर हयात, एलजी इशफाक़ नदीम अहमद और एलजी क़मर जावेद बाजवा हैं. गौरतलब है कि पाकिस्तान के 69 साल के इतिहास में आधे वक्त सेना ने शासन किया है और जनता द्वारा चुनी गई सरकार और सेना के बीच तनाव अक्सर बढ़ता हुआ भी देखा गया है.
पाकिस्तान के वर्तमान प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ का इससे पहले 1999 में सेना ने तख्ता पलट कर दिया था. पाकिस्तान के पिछले दो सेना प्रमुख जिसमें परवेज़ मुशर्रफ भी शामिल हैं, इस तख्तापलट में शामिल थे और दोनों के ही कार्यकाल को बढ़ाया गया था. वैसे इस बार भी इस पद पर कौन आएगा इस पर सिर्फ पाकिस्तान की नहीं दूसरे देशों की नज़र भी रहेगी.
बता दें कि जनरल शरीफ पाकिस्तानी जनता के बीच काफी लोकप्रिय थे क्योंकि उन्होंने अपराध और भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए कड़े कदम उठाए, साथ ही वह अस्थिर आदिवासी इलाकों में इस्लामिक कट्टरपंथ के खिलाफ कड़ी कार्यवाही भी करते देखे गए.
हालांकि 29 नवंबर को रिटायर होने वाले शरीफ ने कभी नहीं कहा कि वह कार्यकाल को आगे बढ़वाना चाहते हैं लेकिन मीडिया और राजनेताओं के बीच ऐसे कयास भर लगाए जा रहे थे. सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल असिम बजवा ने ट्विटर पर लिखा कि सोमवार से सेना प्रमुख लाहौर से अपने कार्यकाल की आखिरी बैठकों की शुरुआत करेंगे.
28 नवंबर तक पाकिस्तान प्रमुख नवाज़ शरीफ को रिटायर होने वाले सेना प्रमुख की जगह अपनी ओर से नए नाम को रखना होगा. इस काम में सेना अपनी ओर से तीन चार उम्मीदवारों का नाम देकर पीएम की मदद करती है.
वैसे इस पोस्ट के लिए प्रबल उम्मीदवारों की लिस्ट में एलजी जावेद इक़बाल रामदे, एलजी जुबैर हयात, एलजी इशफाक़ नदीम अहमद और एलजी क़मर जावेद बाजवा हैं. गौरतलब है कि पाकिस्तान के 69 साल के इतिहास में आधे वक्त सेना ने शासन किया है और जनता द्वारा चुनी गई सरकार और सेना के बीच तनाव अक्सर बढ़ता हुआ भी देखा गया है.
पाकिस्तान के वर्तमान प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ का इससे पहले 1999 में सेना ने तख्ता पलट कर दिया था. पाकिस्तान के पिछले दो सेना प्रमुख जिसमें परवेज़ मुशर्रफ भी शामिल हैं, इस तख्तापलट में शामिल थे और दोनों के ही कार्यकाल को बढ़ाया गया था. वैसे इस बार भी इस पद पर कौन आएगा इस पर सिर्फ पाकिस्तान की नहीं दूसरे देशों की नज़र भी रहेगी.
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