सोमवार को पूर्ण सूर्य ग्रहण, NASA के दो WB-57 जेट्स लगाएंगे सूर्य के रहस्‍य का पता

WB-57 बादलों और वायुमंडलीय कणों के ऊपर जा सकते हैं, जमीन से 50 हजार फीट की ऊंचाई तक पहुंच सकते हैं जो उन्हें विजिबल और इंफ्रारेड लाइट्स में शार्प इमेजेस को कैप्चर करने की अनुमति देता है. 

सोमवार को पूर्ण सूर्य ग्रहण, NASA के दो WB-57 जेट्स लगाएंगे सूर्य के रहस्‍य का पता

नई दिल्‍ली :

नासा (NASA) सोमवार को होने वाले पूर्ण सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) को लेकर तैयारी में जुटा है, जब चंद्रमा की छाया उत्तरी अमेरिका के विशाल हिस्से पर पड़ेगी. इस दुर्लभ घटना को कैद करने के लिए विशेष उपकरणों से लैस नासा के दो WB-57 जेट विमानों को इस सूर्य ग्रहण को ट्रैक करने और सूर्य के बाहरी वातावरण का अध्ययन करने के लिए तैनात किया जाएगा. सूर्य के बाहरी वातावरण को कोरोना के रूप में जाना जाता है. 

नासा सूर्य ग्रहण का पीछा क्यों करेगा?

नासा का लक्ष्य सूर्य के आसपास के रहस्यों को उजागर करना है. उन्‍हें उम्‍मीद है कि कोरोना की संरचना और तापमान के बारे में जानकारी हासिल होगी. यह समझा जा सकेगा कि कैसे सूर्य हमारे ग्रह के आयनमंडल को प्रभावित करता है और यहां तक ​​कि छिपे हुए क्षुद्रग्रहों का भी पता लगाया जा सकेगा, जो आमतौर पर सूर्य की चमक से अस्पष्ट होते हैं.

आयनमंडल माप के प्रमुख शोधकर्ता और वर्जीनिया के ब्लैक्सबर्ग में वर्जीनिया टेक के शोध सहायक प्रोफेसर भरत कुंदुरी ने एक बयान में कहा, "ग्रहण मूल रूप से एक नियंत्रित प्रयोग के रूप में कार्य करता है. यह समझने का अवसर देता है कि सोलर रेडिएशन में परिवर्तन कैसे आयनमंडल पर प्रभाव डाल सकता है, जो बदले में रडार और जीपीएस जैसी कुछ तकनीकों को प्रभावित कर सकता है जिन पर हम अपने दैनिक जीवन में भरोसा करते हैं. 

क्‍यों उड़ान भरेंगे WB-57 जेट?

WB-57 बादलों और वायुमंडलीय कणों के ऊपर जा सकते हैं, जमीन से 50 हजार फीट की ऊंचाई तक पहुंच सकते हैं जो उन्हें विजिबल और इंफ्रारेड लाइट्स में शार्प इमेजेस को कैप्चर करने की अनुमति देता है. 

जेटों के उड़ान भरने और उड़ने का समय ठीक उसी समय होगा जब ग्रहण हो रहा होगा. वे 740 किमी/घंटा तक की गति से उड़ान भरेंगे, ताकि हमारा ग्रहण देखने का समय बढ़ सके. इस तरह करीब 4 मिनट और 27 सेकंड की सामान्य अवधि के बजाय वह इसे करीब 25 फीसदी तक बढ़ा देंगे, जिससे हमें कुल मिलाकर करीब 6 मिनट और 22 सेकंड मिलेंगे. 

यूनिवर्सिटी ऑफ हवाई की एक शोधकर्ता शादिया हब्बल ने कहा, “समग्रता की अवधि बढ़ाकर, हम यह अवधि बढ़ा रहे हैं कि हम कितना डाटा प्राप्त कर सकते हैं. यह प्रकाश कोरोना में थर्मामीटर चिपकाने के अलावा हमारी सबसे अच्छी जांच है."

इस तरह से समझिए समग्रता को 

पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान, "समग्रता" उस संक्षिप्त अवधि को बताता है जब चंद्रमा पूर्ण रूप से सूर्य को ढक लेता है और केवल सूर्य का बाहरी वातावरण यानी कोरोना दिखाई देता है. इससे एक नाटकीय दृश्य उत्पन्न होता है, जहां आकाश में काफी हद तक अंधेरा छा जाता है और सूर्य का कोरोना चंद्रमा की अंधेरी डिस्क के चारों ओर एक चमकते प्रभामंडल के रूप में दिखाई देता है. 

हम समग्रता का अनुभव कैसे कर सकते हैं?

समग्रता का अनुभव करने के लिए, आपको समग्रता के 185 किमी-16,000 किमी के पथ के भीतर रहना होगा. लाइव साइंस के अनुसार, जो 8 अप्रैल को मैक्सिको, अमेरिका और कनाडा के कुछ हिस्सों में पड़ता है. 

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