मिस्र के राष्ट्रपति मोहम्मद मुरसी ने नए संविधान के अमल में आने के बाद पहले संसदीय चुनाव को निर्धारित समय से पहले कराने का फैसला किया है। ईस्टर की छुट्टियों की वजह से ऐसा किया गया है।
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काहिरा:
मिस्र के राष्ट्रपति मोहम्मद मुरसी ने नए संविधान के अमल में आने के बाद पहले संसदीय चुनाव को निर्धारित समय से पहले कराने का फैसला किया है। ईस्टर की छुट्टियों की वजह से ऐसा किया गया है।
पहले यहां संसदीय चुनाव की शुरुआत 27 अप्रैल को होनी थी, लेकिन अब यह 22 अप्रैल को होगा। राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान में यह जानकारी दी गई है।
मुरसी की ओर से यह फैसला मिस्र के एक ईसाई समूह के सदस्यों ने चुनाव तिथि को लेकर सरकार की आलोचना की थी। उसका कहना था कि चुनाव के समय ईस्टर की छुट्टियां होंगी।
चुनाव के संशोधित कार्यक्रम के अनुसार 22 और 23 अप्रैल को मतदान होगा। दूसरे चरण का मतदान 11 एवं 12 मई को होगा। तीसरे चरण का मतदान 28 और 29 मई को होगा। अंतिम चरण का मतदान 15 और 16 जून को होगा।
उधर, विपक्षी नेता मोहम्मद अलबरदई ने चुनाव का बहिष्कार का ऐलान किया है। उन्होंने कहा, ‘मैंने साल 2010 में भी संसदीय चुनाव होना था। आज मैं उसी आह्वान को दोहराता हूं।’
पहले यहां संसदीय चुनाव की शुरुआत 27 अप्रैल को होनी थी, लेकिन अब यह 22 अप्रैल को होगा। राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान में यह जानकारी दी गई है।
मुरसी की ओर से यह फैसला मिस्र के एक ईसाई समूह के सदस्यों ने चुनाव तिथि को लेकर सरकार की आलोचना की थी। उसका कहना था कि चुनाव के समय ईस्टर की छुट्टियां होंगी।
चुनाव के संशोधित कार्यक्रम के अनुसार 22 और 23 अप्रैल को मतदान होगा। दूसरे चरण का मतदान 11 एवं 12 मई को होगा। तीसरे चरण का मतदान 28 और 29 मई को होगा। अंतिम चरण का मतदान 15 और 16 जून को होगा।
उधर, विपक्षी नेता मोहम्मद अलबरदई ने चुनाव का बहिष्कार का ऐलान किया है। उन्होंने कहा, ‘मैंने साल 2010 में भी संसदीय चुनाव होना था। आज मैं उसी आह्वान को दोहराता हूं।’
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