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This Article is From Mar 13, 2011

जापान में मृतकों की संख्या 10,000 सम्भव

टोक्यो: जापान में शुक्रवार को आए नौ रिक्टर तीव्रता के भूकम्प और सुनामी से मरने वाले लोगों की संख्या केवल इस तबाही से सबसे ज्यादा प्रभावित प्रशासकीय क्षेत्र मियागी में ही 10,000 से ज्यादा हो सकती है। रविवार को पुलिस अधिकारियों ने यह बात कही। वहीं अन्य अधिकारियों का कहना है कि फुकुशिमा में संकटग्रस्त दो परमाणु संयंत्रों से कोई तात्कालिक खतरा नहीं है। राष्ट्रीय प्रसारण माध्यम एनएचके के मुताबिक पुलिस प्रमुख ताकेची नाओतो ने कहा कि 'मुझे इस बात में कोई संदेह नहीं' कि मृतकों की संख्या 10,000 से ज्यादा हो सकती है। मियागी और उत्तर पूर्वी जापान के अन्य इलाकों में अब तक 800 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। मियागी के मिनामिसनकू कस्बे के 10,000 निवासियों से अब तक कोई सम्पर्क नहीं हुआ है। समाचार एजेंसी क्योडो के मुताबिक इससे पहले पुलिस ने कहा था कि 2000 लोगों की मौत हुई और प्रभावित इलाकों में हजारों लोग लापता हैं। फुकुशिमा के फुताबा कस्बे एक नगरीय निकाय अधिकारी ने कहा कि तटीय इलाके में तीन समुदायों के 90 प्रतिशत मकान सुनामी की लहरों में बह गए हैं। करीब 3,90,000 लोग अपने घरों से विस्थापित हुए हैं इनमें से ज्यादातर लोग 1,400 आपात शिविरों में तब्दील किए गए स्कूल और सामुदायिक केंद्रों में रह रहे हैं। प्रधानमंत्री नओतो कान ने भूकम्प और सुनामी प्रभावित इलाकों में राहत कार्य में लगे सैनिकों की संख्या बढ़ाकर दोगुनी कर दी है। रक्षा मंत्री तोशिमी किताजावा ने कहा कि सड़कें मलबे में दब जाने से  बचाव कर्मियों को प्रभावितों तक पहुंचने में संघर्ष करना पड़ रहा है। प्रभावित इलाकों में ट्रकों से पीने के पानी की आपूर्ति की जा रही है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि सुपरबाजारों और पेट्रोल स्टेशनों पर की जा रही आपूर्ति प्राप्त करने के लिए लोगों की भीड़ लग रही है। लोग खाना और ईंधन खरीद रहे हैं। दूसरी ओर टोक्यो से 240 किलोमीटर दूर स्थित फुकुशिमा परमाणु संयंत्र में रेडियोधर्मी विकिरण वैध सीमा से ऊपर पहुंच गया है। जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव योकियो इनादो ने कहा कि फुकुशिमा परमाणु संयंत्र संख्या एक में प्रशीतक तंत्र (कूलिंग सिस्टम) बंद होने से पैदा हुई स्थिति से निपटने के लिए जरूरी प्रयास किए जा रहे हैं। इनादो ने रविवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि संयंत्र की इकाइयों में दबाव और तापमान कम करने के लिए रेडियोधर्मी भाप को कुछ मात्रा में बाहर निकालने और इकाइयों में जल आपूर्ति सुनिश्चित करने का काम किया जा रहा है यदि इन उपायों को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया तो संयंत्रों को सुरक्षित बना लिया जाएगा। इससे पहले संयंत्र की संचालक टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कम्पनी ने सरकार को संयंत्र संख्या एक की इकाई संख्या तीन में भी आपात स्थिति की सूचना दी थी। इनादो ने कहा कि संयंत्र से बाहर निकाली जाने वाली रेडियोधर्मी भाप मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। इसलिए संयंत्र के आसपास पास के इलाके को खाली करा लिया गया है। उन्होंने कहा कि 10 किलोमीटर के दायरे में अब केवल 114 लोग हैं जबकि 10 से 20 किलोमीटर के दायरे में मौजूद 1,80,000 लोगों को विस्थापित करने का काम रविवार सुबह शुरू कर दिया गया था। इसके अलावा फुकुशिमा के परमाणु संयंत्र संख्या दो के आसपास के तीन किलोमीटर के दायरे को भी खाली करा लिया गया है और 10 से 20 किलोमीटर के दायरे में रह रहे 30,000 से ज्यादा लोगों को विस्थापित करने का काम रविवार सुबह शुरू किया गया। दोनों संयंत्रों के करीब से कुल दो लाख लोगों को विस्थापित किया गया है। शनिवार को संयंत्र संख्या एक में हुए एक विस्फोट में चार लोग घायल हो गए थे। अब तक कम से कम 19 लोग रेडियोधर्मी विकिरण से प्रभावित हुए हैं।

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