
- गाजा के नासिर अस्पताल पर इजरायल के दो हमलों में पत्रकारों और मेडिकल स्टाफ समेत बीस लोग मारे गए हैं.
- पहली बमबारी में कम से कम एक पत्रकार की मौत हुई, फिर बचावकर्मियों के आने पर दूसरा हमला हुआ था.
- पांच पत्रकारों ने एसोसिएटेड प्रेस, रॉयटर्स, अल जजीरा और मिडिल ईस्ट आई जैसे संस्थानों के लिए काम किया था.
गाजा के एक अस्पताल पर इजरायल ने बैक टू बैक, दो हमले करके पत्रकारों और मेडिकल स्टाफ सहित 20 लोगों को मौत के घाट उतार दिया है. पहली बमबारी में कम से कम एक पत्रकार की मौत हुई. जब बचावकर्मी और दूसरे पत्रकार घटनास्थल पर पहुंचे तो ठीक इसके कुछ मिनट बाद दूसरा हमला हुआ और बड़े पैमाने पर अन्य लोग मारे गए. यह हमला खान यूनिस के नासिर अस्पताल पर हुआ है.
जान गंवाने वाले पांचों पत्रकारों ने एसोसिएटेड प्रेस, रॉयटर्स, अल जजीरा और मिडिल ईस्ट आई सहित अंतरराष्ट्रीय मीडिया आउटलेट्स के लिए काम किया है. दुनियाभर में आलोचना होने के बाद इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस घटना को एक "दुखद दुर्घटना" करार देते हुए कहा कि इजरायल को इसपर "गहरा खेद" है. उन्होंने कहा कि सैन्य अधिकारी "पूरी तरह से जांच कर रहे हैं".
हमले में जान गंवाने वाले 5 पत्रकार
हुसाम अल-मसरी- यह रॉयटर्स के लिए कैमरामैन के रूप में काम करते थे. न्यूज एजेंसी ने बताया कि रॉयटर्स के लिए लाइव टीवी फीड ऑपरेट करते समय अस्पताल पर हुए पहले हमले में वह मारे गए. बीबीसी सहित दुनिया भर के समाचार संगठनों ने उनके द्वारा लिए गए फुटेज का उपयोग किया है.

मरियम डग्गा- बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार मरियम केवल 33 साल की थीं. वो एसोसिएटेड प्रेस (एपी) के साथ काम करने वाली एक स्वतंत्र पत्रकार थीं. न्यूज एजेंसी ने कहा कि मरियम नियमित रूप से अस्पताल से रिपोर्ट करती थीं. एपी के क्षेत्रीय संपादकों में से एक एबी सीवेल ने कहा कि डग्गा अपने पीछे एक बेटा छोड़ गई हैं जिसे युद्ध के शुरू में गाजा से निकाला गया था.

मोहम्मद सलामा- इस हमले में अल जज़ीरा और मिडिल ईस्ट आई के लिए काम करने वाले सलामा ने भी जान गंवाई है. अल जजीरा के अनुसार, सलामा और हला असफोर (एक अन्य पत्रकार) अपनी शादी की योजना बना रहे थे. यह कपल सीजफायर के बाद शादी करने की उम्मीद कर रही थी.

अहमद अबू अजीज- अपनी स्वयं की रिपोर्टिंग के अनुसार अजीज ने मिडिल ईस्ट आई के लिए काम किया है. आउटलेट का कहना है कि उन्होंने फ्रीलांस आधार पर काम किया और खान यूनिस में कार्यरत थे.

मोअज अबू ताहा- इन्होंने विभिन्न आउटलेट्स के साथ काम किया, जिसमें इज़राइली अखबार हारेत्ज भी शामिल है. उन्होंने एक पखवाड़े पहले पत्रकारों के साथ एक वीडियो कॉल फिल्माया था जिसमें नासिर में कुपोषण से पीड़ित बच्चों को दिखाया गया था. रॉयटर्स ने कहा कि वे कभी-कभी उनका काम पब्लिश करते थे.

इनपुट- एपी, फोटो क्रेडिट- रॉयटर्स
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