इंडोनेशिया ने अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानों को माउंट सिनाबुंग और माउंट मेरापी के समीप के हवाई मार्गों से बचने की चेतावनी जारी की है। दोनों ज्वालामुखियों में सोमवार को विस्फोट हो गया।
माउंट सिनाबुंग 2,475 मीटर ऊंचा है और सुमात्रा प्रांत के उत्तर में स्थित है। इसकी राख करीब 8,000 मीटर की ऊंचाई तक उठ रही है।
देश के ज्वालामुखी एजेंसी के प्रमुख एगुस बुदिआंतो ने कहा कि सितंबर के बाद से ज्वालामुखी का यह सबसे तगड़ा विस्फोट है।
इंडोनेशिया के परिवहन मंत्रालय के प्रवक्ता बामबेंग इरवन ने कहा कि ज्वालामुखी की राख करीब 25,000 मीटर ऊपर उठ रही है और इससे उड़ानों को खतरा है।
इस महीने माउंट सिनेबुंग के निंरतर सक्रिय रहने की वजह से 6,000 लोग विस्थापित हो चुके हैं।
उधर, इंडोनेशिया के सबसे अधिक सक्रिय ज्वालामुखी माउंट मेरापी में सोमवार तड़के विस्फोट हुआ, जिससे आसमान में लगभग 2,000 मीटर की ऊंचाई तक काला धुआं फैल गया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, माउंट मेरापी के निगरानी स्थल के अधिकारी हेरु सुपरवोको ने कहा कि प्रशासन ने पर्यटकों एवं यात्रियों को योग्यकर्ता प्रांत स्थित ज्वालामुखी से दूर रहने की सलाह दी है।
उन्होंने कहा, "माउंटी मेरापी स्थानीय समयानुसार सोमवार तड़के 4.53 बजे फट पड़ा। माउंट थेरापी में घड़घड़ाहट हो रही थी और तब से इससे धुआं निकल रहा था।"
2,911 मीटर ऊंचे माउंट मेरापी ज्वालामुखी पर्वत में सबसे बड़ा विस्फोट 2010 में हुआ था, जिसमें लगभग 350 लोगों की मौत हो गई थी और हजारों लोग विस्थापित हो गए थे।
उल्लेखनीय है कि इंडोनेशिया में 129 सक्रिय ज्वालामुखी मौजूद हैं।
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