टोक्यो:
प्रशांत क्षेत्र में चीन के साथ बढ़ रहे टकराव की पृष्ठभूमि में भारत ने जापान को भरोसा दिलाया कि वह गहरे समुद्र में नौवहन की उसकी स्वतंत्रता को सुनिश्चित करने में उसके साथ है।
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा, ‘इसमें शायद ही कोई संदेह हो कि भारत और जापान को वैश्विक स्तर की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सहयोग करना चाहिए। इसमें गहरे समुद्र में नौवहन की स्वतंत्रता भी शामिल है जो दोनों देशों के लिए निर्णायक है क्योंकि दोनों बड़ी मात्रा में तेल और गैस का आयात करते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे स्पष्ट रूप से कहने दीजिए कि भारत इन लक्ष्यों और उद्देश्यों के कार्यान्वयन को लेकर जापान और समान सोच वाले अन्य देशों के साथ खड़ा है।’
खुर्शीद ने रिकियो विश्वविद्यालय में संबोधन के दौरान यह टिप्पणी की। वह यहां सातवें ‘भारत-जापान रणनीतिक संवाद’ की सह-अध्यक्षता करने के लिए आए हैं। जापान की तरफ से वहां के विदेश मंत्री फुमिया किशिदा इस संवाद में शामिल होंगे।
भारतीय विदेश मंत्री का यह बयान उस वक्त आया है कि जब पूर्वी चीन सागर में जापान और चीन के बीच जलक्षेत्र संबंधी विवाद चल रहा है। चीन दक्षिणी चीन सागर में वियतनाम और फिलीपीन के साथ भी इसी तरह के विवाद में है।
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा, ‘इसमें शायद ही कोई संदेह हो कि भारत और जापान को वैश्विक स्तर की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सहयोग करना चाहिए। इसमें गहरे समुद्र में नौवहन की स्वतंत्रता भी शामिल है जो दोनों देशों के लिए निर्णायक है क्योंकि दोनों बड़ी मात्रा में तेल और गैस का आयात करते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे स्पष्ट रूप से कहने दीजिए कि भारत इन लक्ष्यों और उद्देश्यों के कार्यान्वयन को लेकर जापान और समान सोच वाले अन्य देशों के साथ खड़ा है।’
खुर्शीद ने रिकियो विश्वविद्यालय में संबोधन के दौरान यह टिप्पणी की। वह यहां सातवें ‘भारत-जापान रणनीतिक संवाद’ की सह-अध्यक्षता करने के लिए आए हैं। जापान की तरफ से वहां के विदेश मंत्री फुमिया किशिदा इस संवाद में शामिल होंगे।
भारतीय विदेश मंत्री का यह बयान उस वक्त आया है कि जब पूर्वी चीन सागर में जापान और चीन के बीच जलक्षेत्र संबंधी विवाद चल रहा है। चीन दक्षिणी चीन सागर में वियतनाम और फिलीपीन के साथ भी इसी तरह के विवाद में है।