देश से पहली बार किसी भारतीय व्यापारी ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान के जरिए उज्बेकिस्तान को वाणिज्यिक माल का निर्यात किया है. चार देशों को जोड़ने वाला यह एक ऐतिहासिक व्यापारिक लेनदेन है. मीडिया की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. वॉइस ऑफ़ अमेरिका ने बुधवार को अपनी रिपोर्ट बताया कि भारत से 140 टन माल से लैस ट्रक बुधवार को अफगानिस्तान के काबुल से उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद के लिए रवाना हुए. इनमें से ज्यादातर ट्रक चीनी ले जा रहे थे.
तालिबान के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय के एक प्रवक्ता मौलाना जहीर के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया कि यह माल एक दिन पहले पाकिस्तान से दोनों देशों के बीच तोरखम सीमा से अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पहुंचा.
रिपोर्ट के अनुसार मंत्रालय ने भारतीय माल के पारगमन के लिए एक विशेष व्यवस्था तैयार की थी. मंत्रालय ने इसे अफगानिस्तान को मध्य और दक्षिण एशिया के बीच एक प्रमुख व्यापार मार्ग में बदलने की दिशा में एक बड़ा कदम बताया.
वही एक पाकिस्तानी अधिकारी ने अमेरिका के सरकारी रेडियो प्रसारक को बताया कि यह वाणिज्यिक माल मुंबई से आया था.
उन्होंने बताया कि इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तान और उज़्बेकिस्तान के बीच हाल में हुए द्विपक्षीय पारगमन व्यापार समझौते के तहत यह माल उज्बेकिस्तान पंहुचा है. यह माल पाकिस्तान में कराची बंदरगाह से होते हुए अफगानिस्तान पंहुचा.
पाकिस्तानी अधिकारी ने बताया कि उज्बेकिस्तान जाने वाली भारतीय वाणिज्यिक खेप समझौते के तहत एक निजी तौर पर व्यवस्थित गतिविधि थी. उन्होंने कहा कि इस लेनदेन में किसी देश की सरकार शामिल नहीं थी.
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