अमेरिका के राष्ट्रपति ने किया हार्ले के फैसले का समर्थन
वाशिंगटन:
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ से प्रभावित हार्ले-डेविडसन के विदेश में जाकर उत्पादन करने की योजना की घोषणा के बाद लोगों द्वारा किए जा रहे बहिष्कार का समर्थन किया है. इस बाबत ट्रंप ने एक ट्वीट भी किया. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि हार्ले डेविडसन रखने वाले कई लोगों ने योजना बनाई है कि अगर यह कंपनी उत्पादन के लिए विदेश जाती है तो वह उसका बहिष्कार करेंगे. साथ ही ट्रंप ने कहा कि कई अन्य कंपनियां हमारी तरफ आ रही हैं, इसमें हार्ले के प्रतिद्वंद्वी भी शामिल है. यह कंपनी का बेहद खराब कदम है. राष्ट्रपति ने इस मामले को बेहद निजी बना दिया है. दरअसल विस्कोंसिन स्थित इस कंपनी ने सोमवार को घोषणा की थी कि वह उत्पादन का कुछ काम विदेशों में ले जा रहे हैं. यह कंपनी कभी राष्ट्रपति की पसंदीदा कंपनी हुआ करती थी.
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दरअसल, ट्रंप ने जब से यूरोपीय स्टील और एल्युमिनियम पर सख्त कर लगाये हैं तब से इस पर यूरोपीय संघ के करों का बोझ बढ़ गया है. धयान हो कि अमेरिका की कई कंपनियां इस बात की शिकायत कर रही हैं कि प्रशासन द्वारा लगाई गई टैरिफ नीति से उन्हें परेशानी हो रही है. लेकिन ट्रंप इस मुद्दे को वफादारी की परीक्षा का मुद्दा बनाए हुए हैं. ट्रंप ने इस सप्ताह ट्वीट किया था कि मैंने आपके लिए बहुत कुछ किया और उसके बाद यह सब. गौरतलब है कि कुछ महीने पहले राष्ट्रपति ट्रंप ने उत्पाद शुल्क को लेकर भी बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि करीब 1,300 चीनी उत्पादों की सूची जारी की थी जिस पर शुल्क बढ़ाए जाने की संभावना जताई गई थी.
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अमेरिका ने चीन से 50 अरब डालर की इन वस्तुओं के आयात पर अतिरिक्त शुल्क लगाने का प्रस्ताव किया है. वहीं इस पूरे मामले पर चीन के वित्त मंत्रालय ने कहा कि स्टेट काउंसिल के चीनी कस्टम टैरिफ कमीशन ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 50 अरब डालर मूल्य की आयातित 106 जिंसों पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने का फैसला किया है.
VIDEO: किम से मुलाकात के बाद ट्रंप ने जारी किया बयान.
नए शुल्क को कब से लागू किया जाए इसकी तारीख इस बात पर निर्भर करेगी कि अमेरिकी सरकार चीनी उत्पादों पर बढ़े शुल्क कब से लगाती है. चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि चीन के कड़े विरोध को दरकिनार करते हुए अमेरिका ने शुल्क लगाने का फैसला किया था. (इनपुट भाषा से)
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दरअसल, ट्रंप ने जब से यूरोपीय स्टील और एल्युमिनियम पर सख्त कर लगाये हैं तब से इस पर यूरोपीय संघ के करों का बोझ बढ़ गया है. धयान हो कि अमेरिका की कई कंपनियां इस बात की शिकायत कर रही हैं कि प्रशासन द्वारा लगाई गई टैरिफ नीति से उन्हें परेशानी हो रही है. लेकिन ट्रंप इस मुद्दे को वफादारी की परीक्षा का मुद्दा बनाए हुए हैं. ट्रंप ने इस सप्ताह ट्वीट किया था कि मैंने आपके लिए बहुत कुछ किया और उसके बाद यह सब. गौरतलब है कि कुछ महीने पहले राष्ट्रपति ट्रंप ने उत्पाद शुल्क को लेकर भी बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि करीब 1,300 चीनी उत्पादों की सूची जारी की थी जिस पर शुल्क बढ़ाए जाने की संभावना जताई गई थी.
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अमेरिका ने चीन से 50 अरब डालर की इन वस्तुओं के आयात पर अतिरिक्त शुल्क लगाने का प्रस्ताव किया है. वहीं इस पूरे मामले पर चीन के वित्त मंत्रालय ने कहा कि स्टेट काउंसिल के चीनी कस्टम टैरिफ कमीशन ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 50 अरब डालर मूल्य की आयातित 106 जिंसों पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने का फैसला किया है.
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नए शुल्क को कब से लागू किया जाए इसकी तारीख इस बात पर निर्भर करेगी कि अमेरिकी सरकार चीनी उत्पादों पर बढ़े शुल्क कब से लगाती है. चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि चीन के कड़े विरोध को दरकिनार करते हुए अमेरिका ने शुल्क लगाने का फैसला किया था. (इनपुट भाषा से)
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