- राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की
- ट्रंप ने जमाल खशोगी हत्या मामले में क्राउन प्रिंस का बचाव करते हुए उन्हें क्लीन चीट दे दी
- दोनों देशों ने सऊदी को एफ-35 फाइटर जेट और लगभग 300 टैंक बेचने का समझौता औपचारिक रूप से किया
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार, 18 नवंबर को व्हाइट हाउस में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (Saudi Crown Prince and Donald Trump Meeting) के साथ बैठक की. क्राउन प्रिंस का यह दौरा अपने आप में सुर्खियां बंटोरने वाला था क्योंकि सऊदी एजेंटों द्वारा वाशिंगटन पोस्ट के पत्रकार जमाल खशोगी की 2018 में हत्या के बाद पहली बार सऊदी अरब के वास्तविक नेता ने व्हाइट हाउस की यात्रा की है. ट्रंप ने यहां खशोगी की हत्या के मुद्दे पर पर क्राउन प्रिंस का बचाव किया.
दरअसल सऊदी के शासक वर्ग के कट्टर आलोचक खशोगी को निशाना बनाकर किए गए ऑपरेशन से अमेरिका-सऊदी संबंधों में खटास आ गई थी. अमेरिका की खुफिया एजेंसियों ने यह पाया था कि दरअसलर प्रिंस मोहम्मद ने ही संभवतः अपने एजेंटों को इस हत्या के लिए निर्देश दिया था. ट्रंप को व्हाइट हाउस में रिपोर्टरों ने ठीक यही बात याद दिलाई. तो क्राउन प्रिंस के बचाव में ट्रंप ने खशोगी को ही "बेहद विवादास्पद" बताया और कहा कि "बहुत से लोग उस सज्जन को पसंद नहीं करते थे."
ट्रंप ने खशोगी की हत्या में क्राउन प्रिंस का हाथ होने के सवाल पर कहा, "चाहे आप उन्हें पसंद करें या नापसंद करें, चीजें होती रहती हैं... लेकिन (प्रिंस मोहम्मद) को इसके बारे में कुछ नहीं पता था. और हम इसे (इस बात को) वहीं छोड़ सकते हैं. आपको इस तरह का सवाल पूछकर हमारे मेहमान को शर्मिंदा करने की जरूरत नहीं है."
प्रिंस मोहम्मद ने कहा कि सऊदी अरब ने खशोगी की मौत की जांच के लिए "सभी सही कदम उठाए हैं... यह दर्दनाक है और यह एक बड़ी गलती है.” ट्रंप ने बिना कोई विशेष डिटेल्स दिए मानवाधिकारों के मुद्दे पर की गई प्रगति के लिए सऊदी नेता की सराहना भी की.
अमेरिका और सऊदी के बीच क्या डील हुई?
व्हाइट हाउस ने घोषणा की कि दोनों नेताओं ने सऊदी को F-35 फाइटर जेट बेचने के समझौते को औपचारिक रूप दिया. सउदी अमेरिका से लगभग 300 टैंक भी खरीदेगा और इस डील पर भी साइन किया गया है. साथ ही दोनों ने पूंजी बाजारों और महत्वपूर्ण खनिज बाजारों के साथ-साथ मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवादी वित्तपोषण के खिलाफ प्रयासों पर घनिष्ठ सहयोग का संकेत देने वाले समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए.
क्राउन प्रिंस ने अपनी ओर से घोषणा की कि सऊदी अरब अमेरिका में अपने नियोजित निवेश को $1 ट्रिलियन तक बढ़ा रहा है. मई में जब ट्रंप ने सऊदी का दौरा किया था तब सउदी ने अमेरिका में 600 बिलियन डॉलर निवेश करने की घोषणा की थी.
व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका और सऊदी अरब ने नागरिक परमाणु ऊर्जा समझौते पर भी हस्ताक्षर किए. एक बयान में कहा, दोनों देशों ने नागरिक परमाणु ऊर्जा पर एक "संयुक्त घोषणा" की पुष्टि की है जो "मजबूत अप्रसार मानकों" के अनुरूप "दशकों लंबी, अरबों डॉलर की परमाणु ऊर्जा साझेदारी के लिए कानूनी आधार तैयार करती है".
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