
डोनाल्ड ट्रंप और पुतिन के बीच हुई मुलाकात
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अलास्का में करीब तीन घंटे तक बातचीत हुई
- बैठक में दोनों नेताओं के साथ तीन-तीन वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे जिनमें विदेश मंत्री और सलाहकार शामिल थे
- पुतिन ने कहा कि अगर 2022 में ट्रंप राष्ट्रपति होते तो रूस-यूक्रेन युद्ध नहीं होता
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हमें बताएं।Donald Trump and Vladimir Putin Meeting: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ट्रेड धमकियों और दुनियाभर में मंडरा रहे युद्ध के खतरे के बीच डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अलास्का में मुलाकात हुई. इस दौरान दोनों नेताओं ने गर्मजोशी से हाथ मिलाया और फिर घंटों तक बाचतीत हुई. इस मुलाकात के बाद कहा जा रहा है कि अमेरिका के रुख में कई बदलाव आ सकते हैं और रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी इसका असर हो सकता है. आइए इस पूरी मुलाकात को 10 बड़ी बातों में समझते हैं.
- डोनाल्ड ट्रंप और पुतिन ने ज्वाइंट बेस एल्मेंडोर्फ-रिचर्डसन पर एक-दूसरे का अभिवादन किया, जहां पहले से ही दोनों के लिए एक खास मंच तैयार किया गया था. इस मंच पर बड़े अक्षरों में ‘अलास्का 2025' लिखा हुआ था.
- पहले ट्रंप और मुलाकात अकेले एक दूसरे से मुलाकात करने वाले थे, लेकिन इसमें बदलाव किया गया और फिर तीन-तीन पदाधिकारियों की बैठक हुई. जिसमें विदेश मंत्री मार्को रूबियो और विशेष दूत स्टीव विटकॉफ शामिल हुए. पुतिन के साथ विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और विदेश मामलों के सलाहकार यूरी उशाकोव बैठक में हिस्सा लेंगे.
- दोनों नेताओं और अधिकारियों के बीच ये बैठक करीब दो घंटा 45 मिनट तक चली. हालांकि इसमें कोई ठोस नतीजा नहीं निकला और यूक्रेन युद्ध को खत्म करने पर भी बात नहीं बनी.
- इस बड़ी मुलाकात पर दुनियाभर के देशों की नजरें टिकी हुई थीं, उम्मीद थी कि बातचीत के बाद ट्रेड से लेकर युद्ध तक कुछ अच्छी खबर सुनने के लिए मिलेगी. हालांकि ऐसा नहीं हुआ और कोई भी बड़ा फैसला नहीं लिया गया.
- पुतिन ने इस बैठक के दौरान ट्रंप से अपनी अगली मुलाकात की जगह भी तय कर दी. उन्होंने ट्रंप को रूस की राजधानी मॉस्को में मीटिंग करने का प्रस्ताव दिया, साथ ही अलास्का में उन्हें बुलाने के लिए धन्यवाद दिया. हालांकि ट्रंप ने अगली मुलाकात पर पूरी सहमति नहीं दी.
- रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने इस बातचीत को गहरी और रचनात्मक बताया. उन्होंने कहा कि रूस और अमेरिका काफी करीबी पड़ोसी हैं. इस दौरान उन्होंने अलास्का की सांस्कृतिक विरासत का भी जिक्र किया. पुतिन ने अमेरिका और रूस के रिश्तों में आई कड़वाहट का भी जिक्र किया और कहा कि कठिन दौर के बाद अब संबंध अच्छे हो रहे हैं.
- पुतिन ने एक बड़ा बयान देते हुए ये भी कह दिया कि अगर 2022 में ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति होते तो यूक्रेन के साथ युद्ध नहीं होता. पुतिन ने अमेरिका और रूस के बीच व्यापार बढ़ने की भी बात कही और बताया कि रूस और अमेरिका के बीच व्यापार में 20 फीसदी का इजाफा हुआ है.
- यूक्रेन के साथ युद्ध को लेकर ट्रंप की तरफ से की गई कोशिशों की भी पुतिन ने तारीफ की और कहा कि युद्ध खत्म करने के लिए कई चीजों पर ध्यान देना जरूरी है. उन्होंने कहा कि मैं ट्रंप की इस बात से सहमत हूं कि यूक्रेन की सुरक्षा सुनिश्चित होनी चाहिए.
- डोनाल्ड ट्रंप ने पुतिन से मुलाकात के बाद ये साफ कर दिया कि अब तक किसी भी समझौते पर हस्ताक्षर नहीं हुए हैं. उन्होंने ये भी बताया कि दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर आपसी सहमति नहीं बन पाई है.
- रूस-यूक्रेन युद्ध के अलावा ट्रंप और पुतिन के बीच दोनों देशों को लेकर कई मुद्दों पर बातचीत हुई. जिसमें वैश्विक सुरक्षा, ट्रेड और बाकी चीजें शामिल थीं. फिलहाल कई बातों को पहले दौर की मुलाकात में खुला छोड़ा गया है और उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में दोनों देशों के बीच अहम समझौते हो सकते हैं.
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