- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यूक्रेन युद्ध समाप्ति के लिए रूस के राष्ट्रपति पुतिन से समझौता नहीं कर सके.
- ट्रंप ने यूक्रेन और यूरोपियन नेताओं को बातचीत की जानकारी देने और वार्ता में मध्यस्थता करने का आश्वासन दिया.
- बॉडी लैंग्वेज विशेषज्ञों के अनुसार ट्रंप ने पुतिन को अधिक शक्तिशाली मानते हुए सम्मान और नियंत्रण दिखाया.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शुक्रवार को यूक्रेन में रूस के युद्ध को खत्म करने के लिए अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन को किसी डील पर ले जाने में असफल रहे. अलास्का में हुई खास मुलाकात के बाद ट्रंप ने मीडिया से कहा, 'जब तक कोई समझौता नहीं होता, तब तक कोई समझौता नहीं समझा जाएगा.' ट्रंप ने कहा कि वह यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और यूरोपियन नेताओं को बातचीत के बारे में जानकारी देने के लिए बुलाएंगे. दोनों नेताओं ने यहां पर एक-दूसरे की खुलकर तारीफ की और ट्रंप ने तो पुतिन के लिए अलास्का के एंकोरेज में रेड कारपेट ही बिछा दिया था. अब दोनों नेताओं की बॉडी लैंग्वेज पर सोशल मीडिया से लेकर एक्सपर्ट्स तक चर्चा कर रहे हैं.
ट्रंप ने माना पुतिन को ताकतवर!
सोशल मीडिया पर यूजर्स ट्रंप को पुतिन के सामने नर्वस बता रहे थे. उनका कहना था कि ट्रंप काफी नर्वस और तनाव में लग रहे थे जबकि पुतिन आत्मविश्वास से लबरेज थे. कुछ यूजर्स ने तो मीटिंग से पहले ट्रंप के पसीना-पसीना होने तक की बात कही. लेकिन बॉडी लैंग्वेज के एक्सपर्ट्स की राय इससे अलग थी. बॉडी लैंग्वेज एक्सपर्ट पैटी एन वुड ने राष्ट्रपति ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के ऐतिहासिक हाथ मिलाने पर अपनी राय व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि हाथ मिलाने में गर्मजोशी थी, लेकिन ट्रंप साफ तौर पर पुतिन को ज्यादा शक्तिशाली मान रहे थे. उन्होंने अपनी हथेली ऊपर रखी थी जिसपर पुतिन अपनी हथेली ऊपर रख सकें.
ऐसा लगा दो दोस्त मिले
न्यूजवीक से बात करते हुए, वुड ने कहा कि हाथ मिलाने में सम्मान, नियंत्रण और परिचय सबकुछ देखने को मिला. वुड के अनुसार ट्रंप इंतजार करते हुए खड़े थे, वह मुस्कुरा रहे थे, यह इस बात का संकेत है कि वह सहज हैं और इस मीटिंग का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं थे. उनका कहना था कि यह उनकी स्वाभाविक मुस्कान है, छोटी और कोनों पर थोड़ी झुकी हुई. उनके कंधे सामान्य से ज्यादा पीछे थे. यह सब आत्मविश्वास को बयां करता है.
वुड ने आगे कहा पुतिन के पास आते ही ट्रंप ने उनके लिए अपना सम्मान प्रदर्शित किया. वह हल्के से तालियां बजा रहे थे और फिर वह एक कदम आगे बढ़े. वुड के अनुसार दोनों नेताओं के बीच आई कॉन्टैक्ट बना हुआ था. दोनों एक दूसरे से मुस्कुराते हुए गर्मजोशी और सम्मान के साथ मिल रहे थे. फोटो खिंचवाने के दौरान, पुतिन ने अपने हाथ मोड़े और खोले. वुड ने कहा, 'यह टकराव की तैयारी का संकेत हो सकता है.' उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं के शक्ति प्रदर्शन के बावजूद यह पल दोस्ताना लग रहा था. उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा था जैसे दो पुराने दोस्त लंबे समय के बाद एक-दूसरे से मिल रहे हों.
झुककर नहीं बैठे थे पुतिन
पुतिन की बॉडी लैंग्वेज भी कोल्ड नहीं थीं. सीएनएन के अनुसार पुतिन, ट्रंप की लिमो की खिड़की से बाहर झांकते हुए मुस्कुरा रहे थे. जब वह अपनी मुलाकात के लिए बैठे थे, तब भी यही निकटता बनी रही और ट्रंप और पुतिन दोनों ने एक-दूसरे को मुस्कुराकर देखा. सीएनएन ने लिखा, 'रूस के राष्ट्रपति अपने पोश्चर के जरिए अपनी मानसिकता जाहिर करने के लिए जाने जाते हैं. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने बोलते समय कुर्सी पर झुककर बैठने की उनकी आदत पर टिप्पणी की है, जो उनकी उदासीनता को बताता है.' लेकिन पुतिन झुककर नहीं बैठे थे. बल्कि मीटिंग शुरू होते ही अपनी कुर्सी पर आगे की ओर हाथ जोड़कर बैठे थे, कैमरे क्लिक कर रहे थे और पत्रकार बिना जवाब के सवाल पूछ रहे थे.'
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