रियो डी जेनेरो:
ब्राजील के एक चिकित्सक पर अस्पताल की शैया खाली कराने के लिए सात मरीजों की हत्या करने का संदेह है। दक्षिणी ब्राजील की इस घटना को लेकर 300 अन्य मरीजों की हत्या किए जाने की जांच की जा रही है। यह जानकारी जांचकर्ताओं ने दी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्रालय के जांचकर्ता मारियो लोबाटो के नेतृत्व में एक टीम पिछले सात वर्षों के दौरान दक्षिण पराना प्रांत के शहर कुरिटिबा में इवैन्गेलिको अस्पताल में वर्जीनिया सोआर्स की देखरेख वाले सघन चिकित्सा कक्ष में हुई 1,872 मौतों की जांच कर रही है।
सरकारी अभियोजकों के मुताबिक सोआर्स और उसकी चिकित्सा टीम ने इकाई में भर्ती मरीजों की पेशियों को शिथिल करने वाली दवा दी और उनकी ऑक्सीजन आपूर्ति कम कर दी जिससे श्वास में अवरोध पैदा हुआ।
अभियोजकों ने कहा है कि इस बात का खुलासा टेलीफोन टैपिंग से हुआ जिसमें उन्होंने पाया कि सोआर्स ने इकाई के बिस्तरों को खाली करने के लिए मरीजों की हत्या की है।
56 वर्षीया विधवा चिकित्सक तीन अन्य चिकित्सकों और तीन नर्सों और एक फीजियोथेरापिस्ट के साथ फरवरी में गिरफ्तार की गई थी। सभी को सात हत्याओं का आरोपी बनाया गया है।
रविवार को लोबाटो ने ब्राजील के ग्लोबो टीवी को बताया कि 20 मौतें संदिग्ध लग रही हैं और अन्य 300 मौतों की जांच की जा रही है। सभी में पेशी ढीली करने और ऑक्सीजन की कमी के लक्षण पाए गए हैं।
यदि अभियोजक साबित कर देते हैं कि सोआर्स ने 300 रोगियों की हत्या की है तो यह दुनिया का सबसे भीषणतम श्रृंखलाबद्ध हत्या माना जाएगा। गिरफ्तारी के समय सोआर्स ने आरोपों से इनकार किया था।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्रालय के जांचकर्ता मारियो लोबाटो के नेतृत्व में एक टीम पिछले सात वर्षों के दौरान दक्षिण पराना प्रांत के शहर कुरिटिबा में इवैन्गेलिको अस्पताल में वर्जीनिया सोआर्स की देखरेख वाले सघन चिकित्सा कक्ष में हुई 1,872 मौतों की जांच कर रही है।
सरकारी अभियोजकों के मुताबिक सोआर्स और उसकी चिकित्सा टीम ने इकाई में भर्ती मरीजों की पेशियों को शिथिल करने वाली दवा दी और उनकी ऑक्सीजन आपूर्ति कम कर दी जिससे श्वास में अवरोध पैदा हुआ।
अभियोजकों ने कहा है कि इस बात का खुलासा टेलीफोन टैपिंग से हुआ जिसमें उन्होंने पाया कि सोआर्स ने इकाई के बिस्तरों को खाली करने के लिए मरीजों की हत्या की है।
56 वर्षीया विधवा चिकित्सक तीन अन्य चिकित्सकों और तीन नर्सों और एक फीजियोथेरापिस्ट के साथ फरवरी में गिरफ्तार की गई थी। सभी को सात हत्याओं का आरोपी बनाया गया है।
रविवार को लोबाटो ने ब्राजील के ग्लोबो टीवी को बताया कि 20 मौतें संदिग्ध लग रही हैं और अन्य 300 मौतों की जांच की जा रही है। सभी में पेशी ढीली करने और ऑक्सीजन की कमी के लक्षण पाए गए हैं।
यदि अभियोजक साबित कर देते हैं कि सोआर्स ने 300 रोगियों की हत्या की है तो यह दुनिया का सबसे भीषणतम श्रृंखलाबद्ध हत्या माना जाएगा। गिरफ्तारी के समय सोआर्स ने आरोपों से इनकार किया था।
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