
जस्टिन ट्रूडो अपने परिवार के साथ.
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
भारत दौरे पर आए थे कनाडा के पीएम ट्रूडो
इस बीच डिनर में खालिस्तानी आतंकी को था निमंत्रण
भारत ने इसके लिए कनाडा से विरोध दर्ज करवाया था.
खबर में कहा गया कि प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, एक सरकारी अधिकारी ने पिछले सप्ताह कहा था कि भारत सरकार के भीतर के धड़ों ने अटवाल की उपस्थिति का इंतजाम किया क्योंकि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ऐसी किसी विदेशी सरकार के साथ ज्यादा सहज स्थिति में दिखने से रोकना चाहते थे जिनके बारे में उनका मानना है कि वह एकीकृत भारत के लिए प्रतिबद्ध नहीं है.
इसमें कहा गया कि कंजरवेटिव्स ने अधिकारी की पहचान ट्रूडो के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डेनियल जियान के रूप में की और उन्होंने ट्रूडो से पूछा कि वह जियान की ‘‘साजिश की बात’’ से सहमत हैं या नहीं.
विपक्षी नेता एंड्रयू शीर ने पूछा, ‘‘एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने ये आरोप लगाए हैं. क्या प्रधानमंत्री इससे सहमत हैं या इन आरोपों को खारिज करते हैं?’’
खबर के अनुसार, ट्रूडो ने अधिकारी का बचाव गुणवत्तापूर्ण सलाह देने वाली पेशेवर, गैरदलगत लोक सेवा के सदस्य के रूप में की. उन्होंने पिछली कंजरवेटिव सरकार पर लोक सेवा का प्रयोग पार्टी के हितों के लिए करने का आरोप लगाया.
ट्रूडो ने कहा कि वे (पिछली सरकार) यह नहीं समझते हैं कि हमारी पेशेवर, गैरदलगत लोक सेवा उच्च स्तर का कार्य करती है. जब हमारा कोई शीर्ष राजनयिक और सुरक्षा अधिकारी कनाडा के लोगों से कुछ कहता है तो यह इसलिए है क्योंकि वे जानते हैं कि यह सच है.
ट्रूडो के कार्यालय का कहना है कि नई दिल्ली में एक पार्टी के लिए अटवाल का न्यौता उनका नाम अतिथि सूची में आने के तुरंत बाद हटा दिया गया था. हालांकि अटवाल इससे पहले मुंबई में एक रिसेप्शन में नजर आए थे और प्रधानमंत्री की पत्नी सोफी ग्रेगोयर ट्रूडो के साथ उनकी तस्वीर सामने आई थी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं