श्रीलंका (Sri Lanka) में तीन गिरजाघरों और तीन होटलों में एक के बाद एक कर हुए विस्फोटों (Sri Lanka Blasts) में मरने वालों की संख्या बढ़कर 207 हो गई और 400 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. द्वीपीय राष्ट्र में यह अभी तक का सबसे भयावह हमला है. मृतकों में करीब नौ विदेशी शामिल हैं. पुलिस प्रवक्ता रूवन गुनासेखरा ने बताया कि ये विस्फोट स्थानीय समयानुसार पौने नौ बजे ईस्टर प्रार्थना सभा के दौरान कोलंबो के सेंट एंथनी चर्च, पश्चिमी तटीय शहर नेगेम्बो के सेंट सेबेस्टियन चर्च और बट्टिकलोवा के एक चर्च में हुए. वहीं अन्य तीन विस्फोट पांच सितारा होटलों - शंगरीला, द सिनामोन ग्रांड और द किंग्सबरी में हुए. होटल में हुए विस्फोट में घायल विदेशी और स्थानीय लोगों को कोलंबो जनरल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. अस्पताल से जुड़े सूत्रों ने बताया कि कोलंबो में 45, नेगेम्बो में 90 और बट्टिकलोवा में 27 लोगों की मौत हो गई. वहीं 450 से अधिक लोग धमाकों में घायल हुए हैं. उन्होंने बताया कि कोलंबो नेशनल हॉस्पिटल में मौजूद 45 शवों में से नौ की पहचान विदेशी नागरिकों के तौर पर हुई है. इनमे कुछ अमेरिकी और ब्रिटिश हैं.
कोलंबो नेशनल हॉस्पिटल के प्रवक्ता डॉक्टर समिंदि समराकून ने बताया कि 300 से ज्यादा घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं बट्टिकलोवा अस्पताल के प्रवक्ता डॉक्टर कलानिधि गणेशालिंघम ने बताया कि सेंट माइकल चर्च के 100 से ज्यादा घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. गुनासेखरा ने बताया कि कोलंबो के दक्षिणी उपनगर में कोलंबो जू (चिड़ियाघर) के निकट हुए एक विस्फोट में दो लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि पुलिस की एक टीम ओरुगोदावट्टा क्षेत्र के एक घर में जब जांच के लिए गई तो वहां मौजूद एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया. इस विस्फोट में तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई. रविवार को यहां आठ विस्फोट हो चुके हैं. आठवें विस्फोट के तुरंत बाद सरकार ने तत्काल प्रभाव से कर्फ्यू लगा दिया. गुनासेखरा ने बताया कि यह कर्फ्यू अगले नोटिस तक प्रभावी रहेगा. इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी समूह ने नहीं ली है. श्रीलंका में पूर्व में लिट्टे (एलटीटीई) ने कई हमले किए हैं.
श्रीलंका के इतिहास में यह सबसे भयानक हमलों में से एक है. आर्थिक सुधार एवं लोक वितरण मंत्री हर्ष डि सिल्वा ने कहा, ‘विदेशी लोगों समेत कई लोग मारे गए हैं.' इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी ने नहीं ली है. श्रीलंका में पूर्व में लिट्टे (एलटीटीई) ने कई हमले किए हैं. हालांकि 2009 में लिट्टे का खात्मा हो गया. राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. सिरिसेना ने कहा, ‘मैं इस अप्रत्याशित घटना से सदमे में हूं. सुरक्षाबलों को सभी जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.'
श्रीलंकन पुलिस के मुताबिक, यह ब्लास्ट तीन चर्च और तीन होटलों में हुए हैं और एक गेस्ट हाउस में. पुलिस ने बताया है कि विस्फोट राजधानी के कई आलीशान होटलों और एक चर्च में हुआ है, जबकि दो अन्य धमाके कोलंबो के बाहर चर्च में हुए हैं. दरअसल यह धमाका उस समय हुआ, जब ईस्टर की प्रार्थना के लिए लोग चर्च में एकत्रित हुए थे. चर्च के बाहर भीड़ थी. पुलिस ने बताया कि स्थानीय समयनुसार पहला धमाका सुबह 8:45 पर हुआ. हालांकि, अभी तक किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.
AFP news agency: Death toll in Srilanka multiple blasts rises to 52. (Visuals from a blast site in Colombo) pic.twitter.com/qYiWxYHjvh
— ANI (@ANI) April 21, 2019
श्रीलंका में हुए कई विस्फोटों पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि मैं कोलंबो में भारतीय उच्चायुक्त के साथ लगातार संपर्क में हूं. हम स्थिति पर पूरी नजर बनाए हुए हैं.
EAM Sushma Swaraj on multiple blasts in Srilanka: I am in constant touch with Indian High Commissioner in Colombo. We are keeping a close watch on the situation. (file pic) pic.twitter.com/vFZm1u8nky
— ANI (@ANI) April 21, 2019
पुलिस प्रवक्ता रूवन गुनासेकेरा ने बताया कि यह विस्फोट स्थानीय समयानुसार आठ बजकर 45 मिनट पर ईस्टर प्रार्थना सभा के दौरान गिरजाघरों में हुआ. पुलिस ने बताया कि हमले में तीन गिरजाघरों- कोलंबो के सेंट एंथनी, पश्चिमी तटीय शहर नेगेम्बो के सेंट सेबैस्टियन चर्च और बाटिकालोआ के एक चर्च को निशाना बनाया गया है. तीन अन्य विस्फोट पंच सितारा होटलों-शंगरीला, द सिनामोन ग्रांड और द किंग्सबरी में हुआ.
कोलंबो नेशनल हॉस्पिटल के प्रवक्ता डॉक्टर समिंदि समराकून ने बताया कि 300 से ज्यादा लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. कटुवापितियूत्या के सेंट सेबैस्टियन चर्च से किए गए एक फेसबुक पोस्ट में लिखा गया, ‘हमारे गिरजाघर पर बम हमला , कृपया आएं और मदद करें.
एक मंत्री ने बताया कि श्रीलंका की सरकार ने आपात बैठक बुलाई है. सभी आपातकालीन कदम उठाए गए हैं और जल्द ही आधिकारिक बयान जारी किया जाएगा. हर्ष डि सिल्वा ने कहा, ‘‘ बेहद भयावह दृश्य, मैंने लोगों के शरीर के अंगों को इधर-उधर बिखरा देखा. आपातकालीन बल सभी जगह तैनात हैं.'
श्रीलंका में भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं. भारतीय दूतावास की ओर से ट्वीट किया गया है, जिसमें लिखा है 'कोलंबो और बट्टीकालोआ में धमाके की खबरे हैं. हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. मदद या किसी जानकरी के लिए भारतीय नागरिक इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं: +94777903082 +94112422788 +94112422789. श्रीलंका के नंबरों के अलावा इन भारतीय नंबरों पर भी संपर्क कर सकते हैं: +94777902082 +94772234176 .
पीएम मोदी ने की निंदा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्रीलंका में रविवार को हुए सिलसिलेवार धमाकों की निंदा करते हुए कहा कि क्षेत्र में बर्बरता के लिए कोई स्थान नहीं है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत इस द्वीप राष्ट्र की जनता के साथ है. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया,‘श्रीलंका में हुए भयावह विस्फोटों की निंदा करता हूं. हमारे क्षेत्र में इस प्रकार की बर्बरता के लिए कोई स्थान नहीं है.' उन्होंने कहा कि भारत एकजुटता से श्रीलंका के लोगों के साथ है. पीएम मोदी ने कहा मारे गए लोगों के परिजन के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं तथा घायलों के लिए हमारी प्रार्थनाएं हैं.
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