
धमाके बाद मौके पर पुलिसकर्मी
नई दिल्ली:
बांग्लादेश में गुरुवार को कट्टरपंथी इस्लामियों ने ईद की नमाज के दौरान देशी बम फेंके जिसके बाद पुलिस और उनके बीच गोलीबारी हुई। इस घटना में दो पुलिसकर्मियों सहित तीन व्यक्ति और एक आतंकी मारा गया।
ढाका में एक रेस्तरां में हुए आतंकी हमले में 22 लोगों के मारे जाने की घटना के एक सप्ताह बाद, आज यह विस्फोट जिस स्थान पर हुआ वहां देशभर में सर्वाधिक लोग ईद की नमाज के लिए एकत्र हुए थे।
पुलिस ने बताया कि विस्फोट उत्तरी किशोरगंज जिले के शोलकिया में हुआ जहां ईद की नमाज के लिए करीब 200,000 लोग एकत्र हुए थे।
उन्होंने बताया कि विस्फोट में पुलिस का एक सिपाही मारा गया और कम से कम 13 अन्य घायल हो गए। दूसरे पुलिसकर्मी को समीपवर्ती मेमनसिंह स्थित अस्पताल ले जाया जा रहा था लेकिन उसने रास्ते में दम तोड़ दिया।
प्रोथोम आलो समाचार पत्र की खबर में बताया गया है कि गोलीबारी के दौरान एक महिला भी मारी गई। यह महिला समीप स्थित अपने मकान की खिड़की से घटना को देख रही थी।
विस्फोट स्थल पर पुलिस और हमलावरों के बीच गोलीबारी में एक संदिग्ध हमलावर भी मारा गया। पूरे इलाके को पुलिस ने घेर लिया है।
किशोरगंज के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अबु सायेम ने बताया ‘‘एक संदिग्ध को पकड़ लिया गया है और करीब 13 लोग घायल हो गए हैं।’’ स्थानीय खबरों में बताया गया है कि छह से सात लोगों ने धारदार हथियारों से पुलिसकर्मियों पर हमला किया। ये पुलिस कर्मी ईदगाह मैदान में प्रवेश कर रहे लोगों की तलाशी ले रहे थे।
बीडीन्यूज24 डॉट कॉम के अनुसार, किशोरगंज के एएसपी ओबैदुल हसन ने बताया कि मैदान में नमाज के लिए एकत्र हो रहे लोगों के बीच, विस्फोट से दहशत फैल गई लेकिन नमाज में कोई व्यवधान नहीं हुआ।
किशोरगंज के एएसपी ने बताया ‘‘वह संभवत: देशी बम था। अभी कुछ स्पष्ट नहीं है।’’ पिछले सप्ताह ही ढाका के एक रेस्तरां में आतंकियों ने हमला कर 19 वर्षीय एक भारतीय लड़की सहित 22 से अधिक लोगों को मार डाला था। मरने वालों में अधिकतर लोग इटली, जापान, भारत और अमेरिका से आए विदेशी थे। इन लोगों को आतंकियों ने बंधक बना लिया था। मृतकों में दो पुलिस अधिकारी भी थे।
इस हमले की जिम्मेदारी लेने वाले आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने कल एक नया वीडियो जारी कर बांग्लादेश सरकार को देश में और दुनियाभर में और हमले करने की धमकी दी है। आईएस ने वीडियो में कहा है कि जब तक दुनिया भर में शरीया कानून लागू नहीं किया जाता, तब तक वह हमले करता रहेगा और पिछले सप्ताह ढाका में हुआ हमला तो ‘‘एक झलक’’ मात्र था।
समझा जाता है कि वीडियो संदेश रक्का से जारी किया गया जो कि हिंसाग्रस्त सीरिया में आतंकी समूह का गढ़ है। यह वीडियो यू-ट्यूब पर जारी किया गया।
ढाका के रेस्तरां में बंधक बना कर लोगों की जान लेने वाले आतंकी हमले से बांग्लादेश अभी उबर भी नहीं पाया है कि आईएस का नया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
पुलिस ने बताया कि दो संदिग्ध हमलावरों को पकड़ लिया गया है। विस्फोट के बाद अतिरिक्त बलों की मदद से हमलावरों को पकड़ने के लिए गहन अभियान चलाया गया है। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने आवास पर कहा ‘‘ईद की नमाज के दौरान इस तरह का हमला करने वाले लोग इस्लाम एवं मानवता के दुश्मन हैं।’’ उन्होंने अभिभावकों और स्कूल प्रशासन से अनुरोध किया है कि अगर उनके बच्चे या छात्र लापता हो जाते हैं तो तत्काल पुलिस को सूचित करें क्योंकि ढाका के रेस्तरां में हमले को जिन युवकों ने अंजाम दिया था वह कई माह पहले लापता हुए थे।
हसीना ने कहा ‘‘हम आधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग कर उनका पता लगाने में मदद करेंगे और जरूरत पड़ी तो उनका इलाज भी किया जाएगा।’’ इस बीच, ईदगाह के इमाम मौलाना फरीदुद्दीन मसूद ने आतंकियों के खिलाफ ‘‘सामाजिक प्रतिरोध’’ के लिए अपील की है।
उन्होंने कहा ‘‘उनका (उग्रवादियों का) उद्देश्य लोगों में दहशत फैलाना है ताकि उनका सामाजिक प्रतिरोध कमजोर हो सके। लेकिन मैं लोगों से अपील करता हूं कि वह दहशत में न आएं क्योंकि ऐसा होने पर उग्रवादियों के उद्देश्य को बल मिलेगा। इसके बजाय चरमपंथियों के खिलाफ सामाजिक प्रतिरोध फैलाएं।’’ बताया जाता है कि मसूद इस्लामी शोधार्थियों और इमामों के साथ मिल कर इस्लामियों के खिलाफ अभियान चलाने की वजह से उग्रवादियों के निशाने पर हैं।
ढाका में एक रेस्तरां में हुए आतंकी हमले में 22 लोगों के मारे जाने की घटना के एक सप्ताह बाद, आज यह विस्फोट जिस स्थान पर हुआ वहां देशभर में सर्वाधिक लोग ईद की नमाज के लिए एकत्र हुए थे।
पुलिस ने बताया कि विस्फोट उत्तरी किशोरगंज जिले के शोलकिया में हुआ जहां ईद की नमाज के लिए करीब 200,000 लोग एकत्र हुए थे।
उन्होंने बताया कि विस्फोट में पुलिस का एक सिपाही मारा गया और कम से कम 13 अन्य घायल हो गए। दूसरे पुलिसकर्मी को समीपवर्ती मेमनसिंह स्थित अस्पताल ले जाया जा रहा था लेकिन उसने रास्ते में दम तोड़ दिया।
प्रोथोम आलो समाचार पत्र की खबर में बताया गया है कि गोलीबारी के दौरान एक महिला भी मारी गई। यह महिला समीप स्थित अपने मकान की खिड़की से घटना को देख रही थी।
विस्फोट स्थल पर पुलिस और हमलावरों के बीच गोलीबारी में एक संदिग्ध हमलावर भी मारा गया। पूरे इलाके को पुलिस ने घेर लिया है।
किशोरगंज के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अबु सायेम ने बताया ‘‘एक संदिग्ध को पकड़ लिया गया है और करीब 13 लोग घायल हो गए हैं।’’ स्थानीय खबरों में बताया गया है कि छह से सात लोगों ने धारदार हथियारों से पुलिसकर्मियों पर हमला किया। ये पुलिस कर्मी ईदगाह मैदान में प्रवेश कर रहे लोगों की तलाशी ले रहे थे।
बीडीन्यूज24 डॉट कॉम के अनुसार, किशोरगंज के एएसपी ओबैदुल हसन ने बताया कि मैदान में नमाज के लिए एकत्र हो रहे लोगों के बीच, विस्फोट से दहशत फैल गई लेकिन नमाज में कोई व्यवधान नहीं हुआ।
किशोरगंज के एएसपी ने बताया ‘‘वह संभवत: देशी बम था। अभी कुछ स्पष्ट नहीं है।’’ पिछले सप्ताह ही ढाका के एक रेस्तरां में आतंकियों ने हमला कर 19 वर्षीय एक भारतीय लड़की सहित 22 से अधिक लोगों को मार डाला था। मरने वालों में अधिकतर लोग इटली, जापान, भारत और अमेरिका से आए विदेशी थे। इन लोगों को आतंकियों ने बंधक बना लिया था। मृतकों में दो पुलिस अधिकारी भी थे।
इस हमले की जिम्मेदारी लेने वाले आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने कल एक नया वीडियो जारी कर बांग्लादेश सरकार को देश में और दुनियाभर में और हमले करने की धमकी दी है। आईएस ने वीडियो में कहा है कि जब तक दुनिया भर में शरीया कानून लागू नहीं किया जाता, तब तक वह हमले करता रहेगा और पिछले सप्ताह ढाका में हुआ हमला तो ‘‘एक झलक’’ मात्र था।
समझा जाता है कि वीडियो संदेश रक्का से जारी किया गया जो कि हिंसाग्रस्त सीरिया में आतंकी समूह का गढ़ है। यह वीडियो यू-ट्यूब पर जारी किया गया।
ढाका के रेस्तरां में बंधक बना कर लोगों की जान लेने वाले आतंकी हमले से बांग्लादेश अभी उबर भी नहीं पाया है कि आईएस का नया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
पुलिस ने बताया कि दो संदिग्ध हमलावरों को पकड़ लिया गया है। विस्फोट के बाद अतिरिक्त बलों की मदद से हमलावरों को पकड़ने के लिए गहन अभियान चलाया गया है। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने आवास पर कहा ‘‘ईद की नमाज के दौरान इस तरह का हमला करने वाले लोग इस्लाम एवं मानवता के दुश्मन हैं।’’ उन्होंने अभिभावकों और स्कूल प्रशासन से अनुरोध किया है कि अगर उनके बच्चे या छात्र लापता हो जाते हैं तो तत्काल पुलिस को सूचित करें क्योंकि ढाका के रेस्तरां में हमले को जिन युवकों ने अंजाम दिया था वह कई माह पहले लापता हुए थे।
हसीना ने कहा ‘‘हम आधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग कर उनका पता लगाने में मदद करेंगे और जरूरत पड़ी तो उनका इलाज भी किया जाएगा।’’ इस बीच, ईदगाह के इमाम मौलाना फरीदुद्दीन मसूद ने आतंकियों के खिलाफ ‘‘सामाजिक प्रतिरोध’’ के लिए अपील की है।
उन्होंने कहा ‘‘उनका (उग्रवादियों का) उद्देश्य लोगों में दहशत फैलाना है ताकि उनका सामाजिक प्रतिरोध कमजोर हो सके। लेकिन मैं लोगों से अपील करता हूं कि वह दहशत में न आएं क्योंकि ऐसा होने पर उग्रवादियों के उद्देश्य को बल मिलेगा। इसके बजाय चरमपंथियों के खिलाफ सामाजिक प्रतिरोध फैलाएं।’’ बताया जाता है कि मसूद इस्लामी शोधार्थियों और इमामों के साथ मिल कर इस्लामियों के खिलाफ अभियान चलाने की वजह से उग्रवादियों के निशाने पर हैं।
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