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इथियोपिया से भारत पहुंची ज्वालामुखी की राख और धुएं के गुबार को लेकर IMD ने दिया ये बड़ा अपडेट

Ethiopia Volcanic Eruption: इथियोपिया के अफार क्षेत्र में ज्वालामुखी हेली गुब्बी रविवार को फट गया, जिससे राख का एक बड़ा गुबार लगभग 14 KM तक ऊपर उठा. यह राख का गुबार लाल सागर से होते हुए पूर्व की ओर अरब प्रायद्वीप और भारतीय उपमहाद्वीप की ओर फैल गया.

Ash cloud from Ethiopia's volcano: इथियोपिया में ज्वालामुखी फटने से उठी राख भारत की ओर आई है
  • इथियोपिया के हेली गुब्बी ज्वालामुखी विस्फोट से निकला राख का गुबार भारत से चीन की ओर बढ़ रहा है
  • IMD के अनुसार राख का यह गुबार शाम साढ़े सात बजे भारत के उपर से गुजर जाएगा
  • राख के बादलों के कारण गुजरात, दिल्ली एनसीआर, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में उड़ान संचालन प्रभावित हुआ है
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Ethiopia Volcanic Eruption: भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी IMD ने कहा है कि इथियोपिया में ज्वालामुखी फटने से निकला राख का गुबार चीन की ओर बढ़ रहा है और मंगलवार, 25 नवंबर की शाम साढ़े सात बजे तक भारत से दूर चला जाएगा. दरअसल इथियोपिया में हाल में हुए हेली गुब्बी ज्वालामुखी विस्फोट से उत्पन्न राख के गुबार ने सोमवार को भारत में उड़ान संचालन को प्रभावित किया है. एअर इंडिया ने सोमवार को सात अंतरराष्ट्रीय उड़ान निरस्त करने के बाद मंगलवार को चार घरेलू उड़ानों को भी रद्द कर दिया है.

IMD ने कहा कि पूर्वानुमान मॉडल ने मंगलवार को गुजरात, दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर), राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में राख के प्रभाव का संकेत दिया. IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि राख के बादल चीन की ओर बढ़ रहे हैं और शाम साढ़े सात बजे तक भारतीय वायु क्षेत्र से दूर चले जाएंगे.

मौसम विभाग के अनुसार, इथियोपिया के अफार क्षेत्र में ज्वालामुखी हेली गुब्बी रविवार को फट गया, जिससे राख का एक बड़ा गुबार लगभग 14 किलोमीटर तक ऊपर उठा. यह राख का गुबार लाल सागर से होते हुए पूर्व की ओर अरब प्रायद्वीप और भारतीय उपमहाद्वीप की ओर फैल गया.

भारत कैसे पहुंची 4500 किमी दूर फटे ज्वालामुखी की राख

IMD ने एक बयान में कहा, ‘‘उच्च-स्तरीय हवाएं राख के बादल को इथियोपिया से लाल सागर के पार यमन और ओमान तक और आगे अरब सागर से होते हुए पश्चिमी और उत्तरी भारत की ओर ले आयीं.'' इसमें कहा गया है कि आईएमडी ने उपग्रह चित्रों, ज्वालामुखी राख परामर्श केंद्रों (वीएएसी) से प्राप्त परामर्शों और फैलाव मॉडल पर बारीकी से नजर रखी.

IMD ने कहा कि उड़ान योजना के लिए मौसम संबंधी जानकारी (एमईटी) और राख संबंधी परामर्शों की निरंतर निगरानी का उपयोग किया जाता है, जिसमें वैकल्पिक मार्गों के आधार पर मार्ग निर्धारण और ईंधन गणना में समायोजन भी शामिल है. मौसम विभाग ने कहा कि इस क्षेत्र से गुजरने वाली उड़ानों को मार्ग परिवर्तन, उड़ान समय में वृद्धि का सामना करना पड़ सकता है या इन्हें निरस्त किया जा सकता है.

भारत में फ्लाइट्स ऑपरेशंस पर असर

एअर इंडिया ने सोमवार से अपनी कम से कम 11 उड़ानों को निरस्त कर दिया और उन विमानों पर नजर रख रही है जो इथियोपिया में ज्वालामुखी विस्फोट से उठे राख के गुबार वाले स्थानों के ऊपर से गुजरीं. एअर इंडिया ने कहा कि उसने मंगलवार को चार उड़ानें निरस्त कर दी हैं जिनमें एआई 2822 (चेन्नई-मुंबई), एआई 2466 (हैदराबाद-दिल्ली), एआई 2444 / 2445 (मुंबई-हैदराबाद-मुंबई) और एआई 2471 / 2472 (मुंबई-कोलकाता-मुंबई) शामिल हैं.

सोमवार को एअर इंडिया ने सात अंतरराष्ट्रीय उड़ानें निरस्त कर दी थीं. इंडिगो, एअर इंडिया एक्सप्रेस, स्पाइसजेट और अकासा एयर की ओर से वर्तमान परिस्थिति पर कोई ताजा जानकारी नहीं मिली है.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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