डोनाल्ड ट्रंप (फाइल फोटो).
वाशिंगटन:
भारतीय-अमेरिकी डॉक्टरों की सबसे बड़ी इकाई ने आज निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से कहा कि वह चिकित्सा दायित्व सुधार लागू करें. इसका कहना है कि वर्तमान स्थिति में अतिरिक्त परीक्षण और रक्षात्मक औषधि की वजह से स्वास्थ्य देखभाल का खर्च बढ़ रहा है.
अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिजीशियंस ऑफ इंडियन ऑरिजिन (एएपीआई) के अध्यक्ष अजय लोढा ने एक बयान में कहा, ‘‘एएपीआई चिकित्सकों को निशाना बनाकर दायर किए जाने वाले आक्रामक वाद पर अंकुश लगाकर एक स्वस्थ चिकित्सक-रोगी माहौल बनाने का समर्थन करती है.’’ बयान में लोढा ने ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव में जीत की बधाई भी दी.
लोढा ने कहा, ‘‘इस तरह के वादों का बहुत बुरा प्रभाव है और अतिरिक्त परीक्षण तथा रक्षात्मक औषधि के चलन से स्वास्थ्य देखभाल की कीमत बढ़ी है.’’ 112वीं कांग्रेस में द ‘हेल्प एफिशिएंट, एक्सेसिबल, लो कॉस्ट, टाइमली हेल्थकेयर (हेल्थ) एक्ट ऑफ 2011’ ने स्वास्थ्य देखभाल दायित्व दावों के लिए वादों और दंडात्मक क्षतिपूर्ति के वास्ते शर्तों को सीमित कर दिया था. लोढा ने कहा कि एएपीआई ‘अफोर्डेबल केयर एक्ट’ (एसीए) में संशोधन चाहती है .
एएपीआई 60 हजार से अधिक चिकित्सकों और 25 हजार चिकित्सा छात्रों तथा अमेरिका में भारतीय मूल के निवासियों के हितों का प्रतिनिधित्व करती है. बयान में लोढा ने अगले साल अटलांटिक सिटी, न्यूजर्सी में होने वाले एएपीआई के सम्मेलन में प्रतिनिधियों को संबोधित करने के लिए ट्रंप को आमंत्रित भी किया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिजीशियंस ऑफ इंडियन ऑरिजिन (एएपीआई) के अध्यक्ष अजय लोढा ने एक बयान में कहा, ‘‘एएपीआई चिकित्सकों को निशाना बनाकर दायर किए जाने वाले आक्रामक वाद पर अंकुश लगाकर एक स्वस्थ चिकित्सक-रोगी माहौल बनाने का समर्थन करती है.’’ बयान में लोढा ने ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव में जीत की बधाई भी दी.
लोढा ने कहा, ‘‘इस तरह के वादों का बहुत बुरा प्रभाव है और अतिरिक्त परीक्षण तथा रक्षात्मक औषधि के चलन से स्वास्थ्य देखभाल की कीमत बढ़ी है.’’ 112वीं कांग्रेस में द ‘हेल्प एफिशिएंट, एक्सेसिबल, लो कॉस्ट, टाइमली हेल्थकेयर (हेल्थ) एक्ट ऑफ 2011’ ने स्वास्थ्य देखभाल दायित्व दावों के लिए वादों और दंडात्मक क्षतिपूर्ति के वास्ते शर्तों को सीमित कर दिया था. लोढा ने कहा कि एएपीआई ‘अफोर्डेबल केयर एक्ट’ (एसीए) में संशोधन चाहती है .
एएपीआई 60 हजार से अधिक चिकित्सकों और 25 हजार चिकित्सा छात्रों तथा अमेरिका में भारतीय मूल के निवासियों के हितों का प्रतिनिधित्व करती है. बयान में लोढा ने अगले साल अटलांटिक सिटी, न्यूजर्सी में होने वाले एएपीआई के सम्मेलन में प्रतिनिधियों को संबोधित करने के लिए ट्रंप को आमंत्रित भी किया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं