कराची:
पाकिस्तान के दक्षिणी बंदरगाह शहर कराची में आज आठ बंदूकधारियों ने एक यात्री बस में घुस कर यात्रियों पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी, जिसमें अल्पसंख्यक शिया इस्माइली मुस्लिम समुदाय के कम से कम 43 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके पाकिस्तान में हुए आतंकी हमले की निंदा की। उन्होंने कहा, कराची में हुआ हमला दुखद और निंदनीय है। दुख की इस घड़ी में हमारी संवेदनाएं शोक-संतप्त परिवारों के साथ हैं।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, कराची में गुलिस्तां-ए-जौहर इलाके के सफोरा चोरंगी में मोटरसाइकिल पर सवार आठ बंदूकधारियों ने एक बस पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी। बचावकर्मियों ने घायल और मृत लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया है।
पुलिस ने बताया कि बंदूकधारियों ने इस खचाखच भरी बस को रोक लिया, इसमें घुस गए और अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी।
किसी भी संगठन ने अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन तालिबान और लश्कर-ए-झांगवी जैसी संगठन अक्सर इस तरह के हमलों को अंजाम देते रहे हैं।
पुलिस और रेंजर्स घटनास्थल पर हैं और तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। पुलिस ने बताया कि बस में 60 से अधिक लोग सवार थे। शिया इस्माइली समुदाय के लोगों को लेकर बस शहर के अल-अजहर गार्डन इलाके से आयशा मंजिल के करीब स्थित उनके धार्मिक स्थल की ओर जा रही थी।
इस्माइली समुदाय शिया मुस्लिमों की एक शाखा है और वे बहुत ही शांतिप्रिय लोगों के रूप में जाने जाते हैं।
यह हमला प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की काबुल यात्रा के एक दिन बाद हुआ है। यात्रा के दौरान शरीफ ने कहा था कि जो अफगानिस्तान का दुश्मन है, वह पाकिस्तान का भी दुश्मन है।
हाल के वर्षों में पाकिस्तान में विशेषकर अल्पसंख्यक शिया मुस्लिमों के खिलाफ सांप्रदायिक हिंसा में बढ़ोतरी हुई है, जो देश के मुस्लिमों की जनसंख्या का लगभग 20 प्रतिशत है।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके पाकिस्तान में हुए आतंकी हमले की निंदा की। उन्होंने कहा, कराची में हुआ हमला दुखद और निंदनीय है। दुख की इस घड़ी में हमारी संवेदनाएं शोक-संतप्त परिवारों के साथ हैं।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, कराची में गुलिस्तां-ए-जौहर इलाके के सफोरा चोरंगी में मोटरसाइकिल पर सवार आठ बंदूकधारियों ने एक बस पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी। बचावकर्मियों ने घायल और मृत लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया है।
पुलिस ने बताया कि बंदूकधारियों ने इस खचाखच भरी बस को रोक लिया, इसमें घुस गए और अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी।
किसी भी संगठन ने अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन तालिबान और लश्कर-ए-झांगवी जैसी संगठन अक्सर इस तरह के हमलों को अंजाम देते रहे हैं।
पुलिस और रेंजर्स घटनास्थल पर हैं और तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। पुलिस ने बताया कि बस में 60 से अधिक लोग सवार थे। शिया इस्माइली समुदाय के लोगों को लेकर बस शहर के अल-अजहर गार्डन इलाके से आयशा मंजिल के करीब स्थित उनके धार्मिक स्थल की ओर जा रही थी।
इस्माइली समुदाय शिया मुस्लिमों की एक शाखा है और वे बहुत ही शांतिप्रिय लोगों के रूप में जाने जाते हैं।
यह हमला प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की काबुल यात्रा के एक दिन बाद हुआ है। यात्रा के दौरान शरीफ ने कहा था कि जो अफगानिस्तान का दुश्मन है, वह पाकिस्तान का भी दुश्मन है।
हाल के वर्षों में पाकिस्तान में विशेषकर अल्पसंख्यक शिया मुस्लिमों के खिलाफ सांप्रदायिक हिंसा में बढ़ोतरी हुई है, जो देश के मुस्लिमों की जनसंख्या का लगभग 20 प्रतिशत है।
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