प्रतीकात्मक फोटो
काबुल:
काबुल के टेलीविजन स्टेशन पर मंगलवार को हुए हमले में दो हमलावरों सहित कम से कम चार लोग मारे गए और 20 घायल हुए. अफगान मीडिया के अनुसार, यह घटना सुबह हुई जब पुलिस की वर्दी में दो आतंकवादियों ने चमन-ए-हुजुरी के पास स्थित पशतो भाषा के एक निजी चैनल शमशाद टीवी पर हमला किया. हमलावरों ने इमारत में घुसने से पहले ग्रेनेड फेंके.टोलो न्यूज के अनुसार, आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने अपनी अमाक न्यूज एजेंसी के माध्यम से कहा कि यह हमला उसने किया जिसमें एक सुरक्षा गार्ड, टीवी स्टेशन की एक महिला कर्मी और दो हमलावर मारे गए. अफगानिस्तान के विशेष बलों को इमारत में प्रवेश करने के लिए स्टेशन की रक्षा करने वाली कंक्रीट की दीवार को विस्फोटक से ध्वस्त करना पड़ा. यह हमला शमशाद टीवी की इमारत में तीन घंटे तक चली गोलीबारी के बाद थमा.
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टीवी स्टेशन के समाचार निदेशक आबिद एहसास ने कहा कि जब पुलिस वर्दी पहने आतंकवादियों ने भवन में प्रवेश किया तब कर्मचारी अपने कार्यालयों में थे. एहसास ने कहा, ‘उन्होंने हमारे सुरक्षाकर्मियों पर ग्रेनेड फेंके. हमलावर हमारे समाचार कार्यालयों में आए और जो उनकी नजर में आया, उस पर गोलियां चलाने लगे. अधिकांश टीवी स्टेशन के कर्मचारी बच गए, कई तो खिड़कियों से ही कूद गए.’
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उन्होंने कहा, ‘यह मीडिया की स्वतंत्रता पर हमला है लेकिन वे हमें चुप नहीं कर सकते.’ अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी और अफगान पत्रकारों की सुरक्षा समिति ने इस घटना की कड़ी निंदा की है. तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने ट्विटर पर कहा कि उसका समूह इस हमले में शामिल नहीं है.
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टीवी स्टेशन के समाचार निदेशक आबिद एहसास ने कहा कि जब पुलिस वर्दी पहने आतंकवादियों ने भवन में प्रवेश किया तब कर्मचारी अपने कार्यालयों में थे. एहसास ने कहा, ‘उन्होंने हमारे सुरक्षाकर्मियों पर ग्रेनेड फेंके. हमलावर हमारे समाचार कार्यालयों में आए और जो उनकी नजर में आया, उस पर गोलियां चलाने लगे. अधिकांश टीवी स्टेशन के कर्मचारी बच गए, कई तो खिड़कियों से ही कूद गए.’
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उन्होंने कहा, ‘यह मीडिया की स्वतंत्रता पर हमला है लेकिन वे हमें चुप नहीं कर सकते.’ अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी और अफगान पत्रकारों की सुरक्षा समिति ने इस घटना की कड़ी निंदा की है. तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने ट्विटर पर कहा कि उसका समूह इस हमले में शामिल नहीं है.
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