इंसान अगर मुसीबत में हो तो मदद मांगने के लिए कम से कम उसके पास जुबान तो होती है, लेकिन उन बेजुबानों का क्या, जो मुश्किल वक्त में मदद की गुहार भी नहीं लगा सकते. उत्तराखंड में गढ़वाल के पहाड़ी रास्ते के बीचोंबीच बैठे एक लंगूर की भी यही हालत थी. वह मुसीबत में था. न कोई उछलकूद, न हरकत और न ही हिल-डुल पा रहा था. तभी कुछ लोग फरिश्ते बनकर पहुंचे और उसकी मदद की. इसका इमोशनल वीडियो सोशल मीडिया पर दिलों को छू रहा है.
फेसबुक पर इस घटना का वीडियो The Mountain Traveller नाम के अकाउंट से बुधवार को शेयर किया गया है. वीडियो में दिखता है कि पहाड़ी रास्ते के बीच में एक लंगूर चुपचाप बैठा है. कुछ लोग डरते-डरते उसके पास पहुंचे. लेकिन लंगूर में कोई हरकत नहीं हुई. वह शॉक जैसी स्थिति में था. एक शख्स ने बोतल से उसे पानी पिलाने की कोशिश की. लंगूर एक-एक घूंट करके पीने लगा.
लंगूर की हालत देखकर साफ था कि उसे कुछ तो हुआ है. लेकिन क्या, ये उन लोगों को भी नहीं पता चला जो उसकी मदद कर रहे थे. उन्होंने पहले बोतल से, फिर हाथ से लंगूर को पानी पिलाने की कोशिश की. एक शख्स ने प्यार से उस पर हाथ फेरा. इसके बाद लंगूर को हिला-डुलाकर देखने लगे कि उसे कहीं चोट तो नहीं लगी है. लेकिन कुछ समझ नहीं आया.
वो लोग लंगूर को काफी देर तक पानी पिलाने और कुछ खिलाने का प्रयास करते रहे. इस उम्मीद में कि उसमें हरकत होगी और वह फिर से उछलकूद करने लगेगा. लेकिन उम्मीदों पर आशंका की धुंध छाती जा रही थी. लंगूर की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ. इसके बाद वो लोग लंगूर को अपने साथ ले गए.

लंगूर को इलाज के लिए वन विभाग को सौंप दिया गया है. फोटो साभार - The Mountain Traveller
बुधवार रात को पोस्ट में बताया गया कि लंगूर की हालत खराब है. वह जिंदगी और मौत से जूझ रहा है. गांव जाते समय रास्ते में मिले जख्मी लंगूर को टोकरी में बिठाकर गुरुवार को इलाज के लिए अधीनस्थ विभाग को सौंप दिया गया. उसका इलाज चल रहा है.
गढ़वाल के पहाड़ी इलाके से इंसानी संवेदनाओं को झकझोर देने वाला ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. कई लोग लंगूर को बचाने के नेक प्रयासों की तारीफ कर रहे हैं और कह रहे हैं कि इंसानियत से बढ़कर कोई धर्म नहीं, कोई कर्म नहीं.
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