
अखिलेश यादव के मस्जिद में मीटिंग को लेकर भी मौलाना तौकीर रज़ा ने सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने समाजवादी पार्टी सांसद मोहिबुल्लाह नदवी के बारे में कहा कि उन्हें उल्मा रहने का कोई हक नहीं है. मौलाना तौकीर ने कहा कि अखिलेश यादव ने मस्जिद को बदनाम किया है. मस्जिद जैसी जगह में राजनीतिक मीटिंग करना बेहद गलत है. तौकीर रज़ा ने कहा कि मस्जिद जैसी पाक साफ जगह पर राजनीति करना गलत है.
मुझे भी छांगुर बनाया जा सकता है
मौलाना तौकीर रज़ा ने कहा कि मौजूदा हालात में अब सांस लेना भी मुसलमानों के लिए मुसीबत है. छांगुर पर बात करते हुए कहा कि मैं भी तैयार बैठा हूं. सरकार के खिलाफ सिर्फ मुसलमान नही बल्कि गैर मुस्लिमों को भी देख रहा हूं. सरकार से अगर उसका मतभेद है तो उसे हिन्दू ही मानने को तैयार नहीं है तो ऐसे छांगुर कल मुझे भी बनाया जा सकता है. मेरी भी विदेशी फंडिंग दिखाई जा सकती है. मेरे आईएसआई से लश्कर से पाकिस्तान से कनेक्शन दिखाए जा सकते हैं.
गैर मस्लिमों को मुस्लिम बनाने की कोशिश ना करें
छांगुर का जहां तक ताल्लुक है, मैंने ये बात हजारों बार कही है मुसलमान को सच्चा मुसलमान बनाना हमारी जिम्मेदारी है. हमारे उल्मा की गैर मुस्लिम को मुसलमान बनाने का इस वक्त कोई मतलब नहीं. जब मुसलमान ही मुसलमान जैसे अमल नहीं रहे, मुसलमानों जैसी शक्ल सूरत नहीं रही तो फिर किसी गैर मुस्लिम को मुसलमान बनाने का क्या मतलब है. छांगुर जैसे लोग जो इस्लाम की तब्लीक करना चाहते है. गैर मुस्लिमों को मुस्लिम बनाने की कोशिश बिल्कुल ना की जाए.
हमारे यहां सख्त पाबंदी लगा दी गई है और इस पाबंदी के बावजूद छांगुर ने ये काम किया है तो गलत काम किया है. जो भटके हुए मुसलमान हैं उनको मुसलमान बनाना आपकी जिम्मेदारी है. उल्मा की जिम्मेदारी है, इसके नाम पर प्यार मोहब्बत के नाम पर लालच के नाम पर नौकरी के नाम पर किसी भी नाम पर अगर कोई मुसलमान बनाता है ऐसे किसी भी लड़के को या लड़की को हमारे यहां नुमानियत है ऐसे किसी को भी मुसलमान नही बनाया जायेगा.
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