महाकुंभ में अध्यात्म और तकनीकी का अद्भुत संगम देखने को मिला. महाकुंभ की गाथा को एक अनोखे रूप में प्रस्तुत किया गया, जिसमें ड्रोन शो के माध्यम से समुद्रमंथन का चित्रण किया गया. यह दृश्य दर्शकों के लिए बेहद मनमोहक और आकर्षक था, जिसमें तकनीकी उन्नति और भारतीय संस्कृति की गहरी छाप दिखी.
महाकुंभ में ड्रोन शो के दौरान आसमान में श्रद्धालुओं ने देवताओं को अमृत कलश पीते हुए देखा. समुद्र मंथन की झांकी ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. शो में शंख बजाते हुए साधुओं और संगम में स्नान करते संन्यासियों की छवियां दिखाई गई.
इस साल महाकुंभ 13 जनवरी से प्रारंभ होकर 26 फरवरी तक चलेगा. यूपी टूरिज्म विभाग महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को नए अनुभव देने का प्रयास कर रहा है. ड्रोन शो में समुद्र मंथन और अमृत कलश निकलने के दृश्य को दिखाया गया.
इसके अलावा प्रयागराज में महाकुंभ में देश के अलग-अलग राज्यों की संस्कृति, धरोहर, कलाकृति, चित्रकला सभी की अलग-अलग जगह पर प्रदर्शनी लगी हुई है. हर एक वर्ग, तबके के लिए यहां पर अलग-अलग तरह की व्यवस्था की गई हैं.
श्रद्धालुओं ने कहा कि मेला क्षेत्र में ड्रोन शो का आयोजन किया गया था. यह लोगों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था. इस शो को देखने वाला हर कोई शख्स काफी उत्साहित था और उनके चेहरे की खुशी भी इस पल को बयां कर रही थी.
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